वाराणसी
नगर निगम को चार जोन में बांटने की योजना काशी की जनता के साथ अन्याय : राघवेन्द्र चौबे
वाराणसी। प्रदेश सरकार द्वारा नगर निगम को चार जोन में विभाजित करने की प्रस्तावित योजना पर महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे काशी की जनता के साथ घोर अन्याय बताया है और कहा कि सरकार का यह कदम नगर प्रशासन को और अधिक अव्यवस्थित बना देगा।
राघवेन्द्र चौबे ने कहा कि वर्तमान में नगर निगम के अंतर्गत आठ जोन — वरुणा, भेलुपुर, आदमपुर, दशाश्वमेध, कोतवाली, रामनगर, सारनाथ और ऋषि मंडवी — कार्यरत हैं। इसके बावजूद नगर निगम मूलभूत नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने में पूरी तरह विफल रहा है। शहर के कई इलाकों में सड़कों पर सीवर का पानी बह रहा है, कूड़े के ढेर लगे हैं और लोग पैदल चलने में भी असुविधा का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कमेटी ने इन समस्याओं को लेकर कई बार धरना-प्रदर्शन किए और अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपे, लेकिन सुधार नहीं हुआ। नए बनाए गए वार्डों की हालत सबसे बदतर है, जहां आज तक कोई सक्षम अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
राघवेन्द्र चौबे ने आरोप लगाया कि सरकार नगर निगम को चार जोन में बांटकर जनता की परेशानी और बढ़ाना चाहती है। उनका कहना है कि “इस फैसले से शहर की प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी और काशी वासियों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सत्तापक्ष के कुछ लोगों के सहयोग से भू-माफिया रामनगर जोन कार्यालय पर कब्जा करने की साजिश रच रहे हैं। इसी उद्देश्य से नगर निगम को चार जोन में बांटने की कवायद की जा रही है। चौबे ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस इस साजिश को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देगी।
उन्होंने घोषणा की कि इस मुद्दे पर शीघ्र ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें प्रदेश सरकार के इस निर्णय के खिलाफ जनआंदोलन की रणनीति तय की जाएगी।
