वाराणसी
काशी में भव्य गोवर्धन शोभायात्रा से गूंजे जयकारे, अजय राय और लक्की यादव ने किया शुभारंभ

वाराणसी। धर्मनगरी काशी में गोवर्धन पूजा के अवसर पर बुधवार को निकाली गई भव्य शोभायात्रा में आस्था और परंपरा का अद्भुत संगम देखने को मिला। हथुआ मार्केट से प्रारंभ हुई यह यात्रा नगर के ऐतिहासिक मार्गों से गुजरते हुए नमोघाट स्थित गोवर्धन धाम पर संपन्न हुई। यात्रा के दौरान हर गली और चौक में श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर भगवान गोवर्धन का स्वागत किया, वहीं डीजे और भक्ति संगीत पर युवा झूम उठे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और जौनपुर की मल्हनी विधानसभा से विधायक लक्की यादव रहे। दोनों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर शोभायात्रा का शुभारंभ किया। समिति के पदाधिकारियों ने उन्हें भगवा पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर अजय राय ने कहा कि गोवर्धन पूजा हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, जो समाज में एकता और भाईचारे का संदेश देती है। लक्की यादव ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन हमें अपने मूल और संस्कृति से जोड़ते हैं।
शोभायात्रा में उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हरियाणा से आए कलाकारों ने भव्य झांकियों के माध्यम से देवताओं और वीर गाथाओं का अद्भुत प्रदर्शन किया। इस वर्ष की प्रमुख झांकी भारत-चीन सीमा पर स्थित रेंजागला के अहिरधाम स्थल की रही, जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया। भगवान गोवर्धन की झांकी के साथ दस घोड़ों पर राधा-कृष्ण, शिवजी, हनुमानजी, मां काली, दुर्गा जी और श्रीराम दरबार की झांकियां भी सजाई गईं, जिन पर श्रद्धालु श्रद्धा के साथ पुष्प अर्पित करते रहे।
गोवर्धन पूजा समिति के अध्यक्ष विनोद यादव गप्पू ने बताया कि यह शोभायात्रा 1973 से लगातार निकाली जा रही है और अब यह काशी की पहचान बन चुकी है। इस वर्ष यात्रा लगभग पांच किलोमीटर की दूरी तय करती हुई लहुराबीर, पिपलानी कटरा, लोहटिया, मैदागिन, विशेश्वरगंज, मच्छोदरी और मुकीमगंज से होकर गुजरी। मार्ग के विभिन्न स्थानों पर स्वागत मंडप बनाए गए, जहां श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई और भंडारे का आयोजन हुआ।
यादव समाज के लोग पारंपरिक वेशभूषा में केसरिया साफा बांधकर यात्रा में शामिल हुए। पटा-बनेठी जैसी लोककलाओं का प्रदर्शन कर कलाकारों ने वातावरण को उत्सवमय बना दिया। वाराणसी ही नहीं, आसपास के जनपदों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने इस आयोजन में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में विशिष्ट सामाजिक योगदान देने वाले दस लोगों को “गोवर्धनश्री सम्मान” से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही यादव समाज के मेधावी छात्रों को भी पुरस्कृत किया गया, जिनमें यूपी बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एक छात्र और एक छात्रा को 51-51 हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी गई।