वाराणसी
कर्तव्य की वेदी पर अमर हुए वीरों को पुलिस आयुक्त ने दी श्रद्धांजलि

वाराणसी। पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर मंगलवार को रिजर्व पुलिस लाइन, कमिश्नरेट वाराणसी में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में पुलिस आयुक्त श्री मोहित अग्रवाल ने कर्तव्य पथ पर प्राणों की आहुति देने वाले अमर वीर शहीदों को नमन किया। उन्होंने कहा कि “पुलिस बल की गौरवशाली परंपरा त्याग, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा से ओत-प्रोत रही है। जनसेवा के उच्च आदर्शों को आत्मसात करते हुए अपने कर्तव्य पथ पर प्राणों की आहुति देने वाले हमारे शहीद पुलिसकर्मी सदा अमर रहेंगे। उनका अदम्य साहस और देशभक्ति हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे।”
श्रद्धांजलि समारोह में कैबिनेट मंत्री (उ०प्र० सरकार) अनिल राजभर, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्रा ‘दयालु’, मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, महापौर अशोक कुमार तिवारी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश संजीव शुक्ला, अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया, अपर पुलिस आयुक्त शिवहरी मीणा सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, न्यायिक अधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी उपस्थित रहे। सभी ने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
वक्ताओं ने कहा कि पुलिस का कार्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण और जोखिमपूर्ण होता है। नागरिकों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के दौरान हर वर्ष अनेक पुलिस अधिकारी एवं जवान अपने प्राणों की आहुति देते हैं। उनका बलिदान राष्ट्र के प्रति सर्वोच्च समर्पण का प्रतीक है।

ज्ञातव्य है कि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में भारत-तिब्बत सीमा पर गश्त कर रही सीआरपीएफ की टुकड़ी पर चीनी सैनिकों ने घात लगाकर हमला किया था, जिसमें 10 जवान शहीद हुए और 7 घायल हुए। उनके बलिदान की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को देशभर में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। यह दिवस उन सभी पुलिसकर्मियों को समर्पित है जिन्होंने जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया।
कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। इस अवसर पर यह संकल्प लिया गया कि पुलिस बल सदैव नागरिकों की सुरक्षा, शांति व्यवस्था और राष्ट्र की एकता-अखंडता की रक्षा के लिए अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करता रहेगा।