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भाई सिद्धार्थ की आत्महत्या पर छलका पूजा बेदी का दर्द

मुंबई। हिंदी सिनेमा के चर्चित अभिनेता कबीर बेदी ने 80 और 90 के दशक में अपनी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीता। लेकिन इसी सफलता के पीछे उनके परिवार के लिए गहरी व्यक्तिगत त्रासदी भी छुपी रही। कबीर बेदी के बेटे, सिद्धार्थ बेदी ने 26 वर्ष की उम्र में आत्महत्या कर ली। सिद्धार्थ सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित थे, जिसका समय पर पता नहीं चल सका।
अपने दिवगंत बेटे सिद्धार्थ के साथ कबीर बेदी
हाल ही में एक बातचीत में उनकी बेटी, अभिनेत्री पूजा बेदी ने इस व्यक्तिगत सदमे पर खुलासा किया। पूजा ने बताया कि उस समय वह गर्भवती थीं और उन्हें मिसकैरेज का डर सताता रहा। उन्होंने साझा किया कि जब सिद्धार्थ का निधन हुआ, तब कबीर बेदी अमेरिका में उनके साथ थे और पूरे परिवार के लिए यह समय बेहद कठिन था।
पूजा ने कहा, “सिद्धार्थ की मौत मेरे लिए बहुत बड़ा सदमा थी। मैं अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा के लिए सकारात्मक रहने की कोशिश करती रही। उन्हें बहुत प्यार करती हूं और हमेशा याद करती रहूंगी। उनके जाने का दुःख अनमोल है, लेकिन जीवन का सफ़र अभी मेरे लिए जारी है।”

अभिनेता कबीर बेदी अपनी बेटी पूजा बेदी और नातिन अलाया एफ (अलाया फर्नीचरवाला) के साथ
पूजा ने यह भी बताया कि सिद्धार्थ ने अपने अंतिम नोट में परिवार के लिए संदेश छोड़ा था, जिसमें उनके और अलाया के लिए प्यारे शब्द थे। पूजा ने कहा, “वह घटना अनावश्यक थी, लेकिन उन्होंने अपना सफ़र ऐसे ही खत्म करने का फैसला किया। काश उन्होंने ज़िंदगी चुनी होती।”
अभिनेत्री ने आगे यह भी साझा किया कि वह अपने भाई के कितने करीब थीं। उन्होंने कहा, “हम सबकुछ साझा करते थे, एक ही बेडरूम से लेकर एक ही टूथब्रश तक। मेरा उनसे प्यार इतना गहरा था कि कोई भी इसे अलग नहीं कर सकता।”
क्या है सिज़ोफ्रेनिया ?
सिज़ोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक बीमारी है जो सोचने, महसूस करने और व्यवहार करने के तरीके को प्रभावित करती है। इससे पीड़ित व्यक्ति वास्तविकता से दूर हो सकते हैं, जिससे उन्हें मतिभ्रम (आवाज़ें या चीज़ें देखना जो वास्तविक नहीं हैं) और भ्रम (गलत और गैर-वास्तविक मान्यताएं) जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालाँकि इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन दवाइयों, थेरेपी और सहायता से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।