गोरखपुर
हमसफर एक्सप्रेस में विजिलेंस के चढ़े हत्थे टीटीई और कोच अटेंडेंट
गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर की विजिलेंस टीम ने आनंद विहार से गोरखपुर आ रही 12596 नंबर की हमसफर एक्सप्रेस में बीती रात अवैध वसूली का मामला उजागर किया। छापे के दौरान टिकट चेकिंग स्टाफ (टीटीई) और कोच अटेंडेंट बिना टिकट यात्रियों से पैसे लेकर यात्रा कराने में पकड़े गए।
जानकारी के अनुसार, कुछ टीटीई और कोच अटेंडेंट बिना टिकट यात्रियों से 1,500 रुपये लेकर आनंद विहार से गोरखपुर तक की यात्रा करवा रहे थे। विजिलेंस टीम ने इस दौरान तीन कोचों में अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की।
टीम को हमसफर एक्सप्रेस में लगातार अनियमितताओं की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायत के आधार पर टीम ने गोंडा जंक्शन पर रात में ट्रेन का निरीक्षण किया। कोच नंबर बी-16 और बी-18 में बिना टिकट यात्री बैठे मिले। यात्रियों ने बताया कि उन्होंने कोच अटेंडेंट को ऑनलाइन 1,500 रुपये का भुगतान किया। इसी दौरान ट्रेन साइड वेंडिंग (टीएसवी) मैनेजर के पास से नियत से 30,000 रुपये अधिक की राशि भी बरामद हुई।
विजिलेंस ने बिना टिकट यात्रियों से जुर्माने के रूप में लगभग 12,000 रुपये वसूले। कोच नंबर बी-05 में भी अटेंडेंट ने पैसे छिपा रखे थे। कोच नंबर बी-13 और बी-15 में टीटीई की अनुमति से बड़ी संख्या में बिना टिकट यात्री बैठे थे, जिनसे अतिरिक्त 5,500 रुपये वसूले गए।
विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारों के दौरान हमसफर एक्सप्रेस सहित दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र और गुजरात से आने वाली ट्रेनों में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। ट्रेनों में टिकट चेकिंग स्टाफ, कोच अटेंडेंट और वेंडर यात्रियों का फायदा उठाकर मनमाना वसूली कर रहे हैं। दीपावली और छठ जैसे पर्वों में यात्रियों को एसी कोच में बिना टिकट यात्रा कराना और सीट उपलब्ध न कराना आम समस्या बन चुकी है।
