वाराणसी
एचसीएल गुवी और केआईटी के बीच समझौता से खुलेगा रोजगार का द्वार
मिर्जामुराद (वाराणसी)। गुरुवार को केआईटी में एचसीएल गुवी संस्थान का संयुक्त सेमिनार सम्पन्न हुआ, जिसमें “आत्मनिर्भर भारत” पर परिचर्चा के साथ एक उत्कृष्ट समझौता हुआ, जिससे छात्रों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे। इस एमओयू के तहत दोनों संस्थान मिलकर “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” स्थापित करेंगे, जो भारत में HCL GUVI का दूसरा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस होगा।
इस सहयोग का उद्देश्य छात्रों को इंडस्ट्री-आधारित स्किल्स, टेक्नोलॉजिकल ट्रेनिंग और डिजिटल लर्निंग के अवसर प्रदान करना है, ताकि वे उद्योग की वास्तविक आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें।
एमओयू साइनिंग समारोह में HCL GUVI की ओर से विनोद श्रीनिवासन (Head – Institution Sales) और निशिकांत जी (Senior Manager) उपस्थित रहे। वहीं संस्थान के उपाध्यक्ष विपुल जैन, डॉ. अशुतोष मिश्रा (निदेशक – फार्मेसी), डॉ. ए. के. यादव (उपनिदेशक), डॉ. डी. एम. श्रीवास्तव (डीन – अकैडमिक्स) तथा श्री रवि श्रीवास्तव (डीन – ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट) मौजूद रहे।
इस अवसर पर श्री विपुल जैन ने कहा कि “यह एमओयू हमारे छात्रों को उद्योग की अग्रणी तकनीकों से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम बनेगा और उनके कैरियर निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा।”
श्रीनिवासन ने कहा, के आई टी के साथ यह साझेदारी हमारे लिए गर्व का विषय है। भारत में एच सी एल गुवी का यह दूसरा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस होगा, जो उत्तर प्रदेश के छात्रों के लिए नए अवसर लेकर आएगा।
संस्थान के डॉ. ए. के. यादव ने इसे छात्रों को “करियर-रेडी” बनाने की दिशा में बड़ा कदम बताया। डॉ. डी. एम. श्रीवास्तव ने कहा कि इस सेंटर में छात्रों को आल डेटा साइंस और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में अद्यतन प्रशिक्षण दिया जाएगा।
डॉ. आशुतोष मिश्रा ने इसे संस्थान की शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया, जबकि श्री रवि श्रीवास्तव (डीन, ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट) ने कहा कि “इस एमओयू से छात्रों को इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के मार्गदर्शन में लाइव प्रोजेक्ट्स करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी रोजगार क्षमता कई गुना बढ़ेगी।”
कार्यक्रम का समापन दोनों संस्थानों के अधिकारियों द्वारा आगामी गतिविधियों और सेंटर की स्थापना की रूपरेखा तय करने की घोषणा के साथ हुआ।
