वाराणसी
सतुआ बाबा की गोशाला में घुसकर कर्मचारियों से धक्कामुक्की, किसान नेता पर केस दर्ज

वाराणसी। धर्मगुरु सतुआ बाबा की रामनगर स्थित डोमरी गोशाला में गाली-गलौज और धक्कामुक्की किए जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के मंडल प्रवक्ता मणिदेव चतुर्वेदी ने गोशाला के कर्मचारियों के साथ मारपीट की।
सतुआ बाबा की तहरीर पर रामनगर थाने की पुलिस ने मणिदेव चतुर्वेदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इस कार्रवाई से नाराज किसान नेता थाने पहुंचे और पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।
गोशाला में घुसकर की गई बदसलूकी
चौक थाना क्षेत्र के मणिकर्णिका घाट निवासी संतोषदास सतुआ बाबा ने बताया कि शनिवार सुबह वे अपने डोमरी स्थित गोशाला में टहल रहे थे, तभी चंदौली के सकलडीहा थाना क्षेत्र के धरहरा गांव निवासी मणिदेव चतुर्वेदी कुछ समर्थकों के साथ अंदर घुस आए। उन्होंने कर्मचारियों के साथ धक्कामुक्की और अभद्रता की तथा धमकाने लगे।
थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गा सिंह के अनुसार, तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
वहीं, भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के चंदौली जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान के नेतृत्व में पहुंचे किसानों ने उल्टा सतुआ बाबा और उनके सहयोगियों पर ही मारपीट का आरोप लगाया।
उन्होंने बताया कि मणिदेव चतुर्वेदी “डोमरी जमीन बचाओ संघर्ष मोर्चा” के पदाधिकारियों के साथ सतुआ बाबा के आश्रम में दर्शन करने और जमीन संबंधी मुकदमे पर बातचीत करने पहुंचे थे। इसी दौरान बाबा ने उन्हें धमकाया और कहा कि “जेसीबी से उठवाकर रेती में गाड़ दूंगा।”
किसान नेताओं का आरोप है कि आश्रम में मौजूद पदाधिकारियों को बंधक बना लिया गया और बाद में पुलिस बुलाकर मणिदेव पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया गया। उन्होंने कहा कि इस घटना के वीडियो और फोटो उनके पास साक्ष्य के रूप में मौजूद हैं।
मणिदेव चतुर्वेदी ने भी रामनगर थाने में सतुआ बाबा के खिलाफ तहरीर दी, परंतु पुलिस ने अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
इस मामले पर किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ पटेल, महासचिव प्रहलाद पटेल, मिर्जापुर जिलाध्यक्ष कंचन सिंह, वाराणसी जिलाध्यक्ष कमलेश राजभर तथा संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष बृंदा पटेल ने विरोध जताया है।