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वाराणसी

यूपी के सभी जिलों में बनेंगे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय

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वाराणसी। उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में अब उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) के क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किए जाएंगे। वर्तमान में केवल 28 जिलों में यह सुविधा उपलब्ध है। इस पहल से उद्यमियों को लाइसेंस और नवीनीकरण के लिए दूसरे जिलों का रुख नहीं करना पड़ेगा।

पूर्वांचल के तीन जिलों में से एक वाराणसी को इस सुविधा के तहत चुना गया है। वाराणसी के क्षेत्रीय कार्यालय से जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली और भदोही जिलों को भी लाभ मिलेगा। इसी प्रकार, आजमगढ़ और सोनभद्र में भी क्षेत्रीय कार्यालय हैं। सोनभद्र कार्यालय मरीजापुर और सोनभद्र के साथ जुड़ा है, जबकि आजमगढ़ कार्यालय आजमगढ़, बलिया और मऊ जिलों को कवर करता है।

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन डॉ. आर. पी. सिंह ने बताया कि यह सुधार लगभग 30 वर्षों बाद किया जा रहा है। बोर्ड की संरचना में बदलाव के बाद, 1995 के स्वीकृत पदों के आधार पर की जा रही नियुक्तियाँ दोगुनी हो जाएंगी। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। साथ ही, पूरे प्रदेश में मुख्य पर्यावरण अधिकारियों की संख्या नौ से बढ़ाकर 15 की जाएगी।

डॉ. सिंह ने यह भी बताया कि सभी जिलों में क्षेत्रीय कार्यालय खुल जाने से उद्योग स्थापित करने में बड़ी सहूलियत होगी। साथ ही, सभी अस्पतालों से संवाद स्थापित किया जा रहा है ताकि वे अपने बायो मेडिकल वेस्ट का उचित प्रबंधन करें और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित हो। इसके लिए जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ भी समन्वय किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री के निर्देश के तहत यह योजना लागू की जा रही है ताकि कारोबार स्थापित करने वालों को अधिक सुविधा मिल सके। अभी तक उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, कानपुर देहात, झांसी, बांदा, प्रयागराज, सोनभद्र, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, बुलंदशहर, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, आजमगढ़, गोरखपुर, अयोध्या, बस्ती, वाराणसी, मुरादाबाद, बिजनौर, बरेली जैसे शहरों में है।

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