Connect with us

राज्य-राजधानी

पंडित सूर्यनारायण चतुर्वेदी की पुण्यतिथि पर भिटहा में उमड़ा जनसैलाब

Published

on

संत कबीर नगर। भिटहा गांव में शिक्षा के क्षेत्र में नई रोशनी फैलाने वाले महान शिक्षाविद, समाजसेवी और शिक्षा जगत के पितामह कहे जाने वाले स्वर्गीय पंडित सूर्यनारायण चतुर्वेदी की 7वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शनिवार को एक भव्य श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर पूरा क्षेत्र भाव-विभोर नजर आया। श्रद्धांजलि सभा में शिक्षाविदों, राजनीतिक हस्तियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों और सैकड़ों ग्रामीणों का सैलाब उमड़ पड़ा।

श्रद्धांजलि सभा में उमड़ा जनसैलाब

कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने कहा कि स्वर्गीय पंडित सूर्यनारायण चतुर्वेदी न केवल शिक्षा के क्षेत्र के महान स्तंभ थे, बल्कि उन्होंने समाज में सेवा, संस्कार और समर्पण की ऐसी मिसाल कायम की, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। श्रद्धांजलि सभा में विभिन्न राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों ने भी दलीय सीमाओं से ऊपर उठकर एक साथ मंच साझा किया और अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

जनसैलाब की भीड़ ने यह साबित कर दिया कि चतुर्वेदी जी न सिर्फ एक महान शिक्षक, बल्कि जन-जन के प्रेरणास्रोत थे। कार्यक्रम स्थल पर उनके सम्मान में लोगों की आंखें नम थीं, हर कोई उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा था।

वस्त्र वितरण और आर्थिक सहायता

Advertisement

श्रद्धांजलि सभा के दौरान चतुर्वेदी परिवार ने अपने पूज्य पिता की पुण्यतिथि को सेवा और संस्कार के रूप में मनाया। समाजसेवी डॉ. उदय प्रताप चतुर्वेदी, राकेश चतुर्वेदी, रत्नेश चतुर्वेदी और पूरा परिवार इस मौके पर मौजूद रहा। परिवार की मुखिया ने अपनी बहुओं सविता चतुर्वेदी और शिखा चतुर्वेदी के साथ मिलकर सैकड़ों निर्धन महिलाओं को अंगवस्त्र और नकद धनराशि वितरित की।

चतुर्वेदी परिवार का यह मानना है कि स्वर्गीय सूर्यनारायण चतुर्वेदी जी का जीवन समाज सेवा और शिक्षा के उत्थान के लिए समर्पित था, इसलिए उनकी पुण्यतिथि को समाजसेवा के रूप में मनाना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।

भावुक क्षणों में डूबा परिवार

कार्यक्रम का सबसे भावुक पल तब आया जब पूरा परिवार ‘तुमको ना भूल पाएंगे’ की स्मृतियों में खो गया। श्रद्धा सुमन अर्पित करते समय परिवार के सदस्य अपने आप को रोक नहीं पाए और उनकी आंखें छलक उठीं। इस दौरान डॉ. उदय प्रताप चतुर्वेदी, राकेश चतुर्वेदी, रत्नेश चतुर्वेदी, पूर्व सदर विधायक जय चौबे, जनार्दन चतुर्वेदी, अखण्ड प्रताप चतुर्वेदी, राजन चतुर्वेदी, रजत चतुर्वेदी सहित परिजन भावुक हो उठे और उनकी आंखों से अश्रु झरने लगे।

आभार और सम्मान

Advertisement

सभा के अंत में पूर्व सदर विधायक जय चौबे, डॉ. उदय प्रताप चतुर्वेदी, राकेश चतुर्वेदी और रत्नेश चतुर्वेदी ने श्रद्धांजलि सभा में पधारे सभी अतिथियों, शिक्षाविदों और ग्रामीणों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि पंडित सूर्यनारायण चतुर्वेदी जी ने शिक्षा के माध्यम से जिस अलख को जगाया, वह आज भी समाज को दिशा देने का कार्य कर रही है।

प्रमुख उपस्थित हस्तियों में डॉ. उदय प्रताप चतुर्वेदी, राकेश चतुर्वेदी, पूर्व सदर विधायक जय चौबे, रत्नेश चतुर्वेदी, जनार्दन चतुर्वेदी, अखण्ड प्रताप चतुर्वेदी, राजन चतुर्वेदी, रजत चतुर्वेदी, सविता चतुर्वेदी और शिखा चतुर्वेदी शामिल रहीं।

श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक बना आयोजन

इस श्रद्धांजलि सभा ने यह संदेश दिया कि सच्चे कर्मयोगी और शिक्षाविद कभी नहीं मरते, वे अपनी शिक्षाओं और कर्मों के माध्यम से सदैव जीवित रहते हैं। उमड़े जनसैलाब ने यह प्रमाणित किया कि स्वर्गीय पंडित सूर्यनारायण चतुर्वेदी शिक्षा, सेवा और संस्कार के ऐसे दीप थे, जिनकी रोशनी सदियों तक समाज को राह दिखाती रहेगी।

Advertisement

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa

You cannot copy content of this page