वाराणसी
काशी में दशानन का दहन, जय श्रीराम के नारों से गूंजा शहर
वाराणसी में विजयादशमी का पर्व परंपरागत उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। रामनगर दुर्ग, बीएलडब्ल्यू (बरेका) मैदान और मलदहिया सहित कई स्थानों पर रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन होते ही चारों ओर प्रभु श्रीराम के जयकारे गूंज उठे। आतिशबाजी से आसमान जगमगा उठा और हर कोई विजयादशमी के इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना।
बरेका के केंद्रीय खेल मैदान पर ढाई घंटे का रूपक प्रस्तुत किया गया। मंच से गायक विजय शंकर पाठक और सानिया तृप्ति मिश्रा के स्वर गूंजे। वाचक आलोक कुमार सिंह, कृष्ण कुमार, आदित्य और अंजली दुबे के संवादों पर पात्रों ने मूक अभिनय कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया। निदेशक एस.डी. सिंह और सह-निदेशक राजन श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में मंचन हुआ। ग्रुप लीडर नीना साहनी और नाल पर रसूल बाबा का वादन आकर्षण का केंद्र रहा।
जिला प्रशासन और बरेका प्रबंधन ने विजयादशमी पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने आदेश दिया कि सभी प्रवेश द्वार खुले रहेंगे।पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई। पहले बरेका द्वारा प्रवेश द्वार बंद करने का आदेश जारी हुआ था, मगर विरोध के बाद उसे वापस लेना पड़ा। डीएम ने लोगों से अपील की कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन कर सुरक्षित व शांतिपूर्ण माहौल में पर्व का आनंद लें।
बरेका मैदान में रावण दहन देखने अमेरिका से आए पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल — लेन, जुडी, स्कॉट, डैनी और रैन विशेष रूप से पहुंचे। उन्होंने पुतला दहन और आतिशबाजी देखकर प्रसन्नता व्यक्त की।
