चन्दौली
दर्शन कर लौट रही शिक्षिका की सड़क दुर्घटना में मौत, बाल-बाल बचा पति
चहनियां। बलुआ थाना क्षेत्र के रामगढ़ के रहने वाली शिक्षिका 43 वर्षीय ममता पाण्डेय की रविवार को बिहार के चांद डाक बंगला के पास बाइक की आमने-सामने टक्कर में मौत हो गई। पति राकेश पाण्डेय (45 वर्षीय) बाल-बाल बचे। मौत की सूचना पर परिजनों में हाहाकार मच गया। उनका अंतिम संस्कार बलुआ घाट पर हुआ।
रामगढ़ निवासी सदानन्द पाण्डेय अवकाश प्राप्त अध्यापक हैं। इनकी बहू ममता पाण्डेय बिहार के इटही, जिला कैमूर में उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत थी। इनके पति भी प्राइवेट स्कूल में अध्यापक हैं। रविवार को छुट्टी रहने पर घर आयी थी। रविवार को ममता देवी अपने पति राकेश पाण्डेय के साथ बाइक से बिहार के मुंडेश्वरी धाम से दर्शन पूजन कर घर वापस आ रही थी। चांद डाक बंगला रोड पुल के पास आमने-सामने बाइक की टक्कर में शिक्षिका की तत्काल मौत हो गई। पति हेलमेट लगाने के कारण बाल-बाल बचे। पुलिस द्वारा पीएम की प्रक्रिया कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। शाम को शव रामगढ़ लाकर उनका अंतिम संस्कार बलुआ घाट पर देर रात तक किया गया। शिक्षिका की मौत से ससुर सदानन्द पाण्डेय, पति राकेश पाण्डेय, बड़ा पुत्र सत्यम, छोटा पुत्र सुंदरम का रो-रोकर बुरा हाल रहा।
गांव में शोक संवेदना में नहीं हुआ रामलीला
शिक्षिका की मौत से पूरे गांव में मातम छा गया है। काफी मृदुल स्वभाव की शिक्षिका की मौत से गांव में शोक की लहर है। रामगढ़ में चल रही सुप्रसिद्ध रामलीला रविवार की रात को शोक में मंचन नहीं हुआ।
