गोरखपुर
बीटेक गोल्ड मेडलिस्ट से SDM बनने की प्रेरणादायक सफलता
गोरखपुर की बेटी दिशा श्रीवास्तव
दिशा श्रीवास्तव ने बिना किसी कोचिंग के आत्म-अध्ययन और कड़ी मेहनत से यूपी पीसीएस परीक्षा पहले प्रयास में पास कर एसडीएम बनकर इतिहास रचा है। बचपन से पढ़ाई में अव्वल रहने वाली दिशा ने सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई के दौरान भी उत्कृष्टता दिखाई और गोल्ड मेडल प्राप्त किया, जिसने उनकी प्रतिभा और समर्पण को प्रमाणित किया। उन्होंने पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया और फालतू व्यग्रताओं से दूरी बनाए रखी, सीमित किन्तु विश्वसनीय स्रोतों को गहराई से पढ़ा और विषयों को छोटे हिस्सों में बांटकर बार-बार रिवीजन की रणनीति अपनायी।
दिशा ने रोज़ाना लक्ष्य निर्धारित किया और क्वालिटी पर जोर दिया न कि केवल घंटों पर; साथ ही व्यक्तित्व विकास और आत्मविश्वास पर भी काम किया। उनकी यह सफलता न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि समाज और गोरखपुर के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है; वे यह संदेश देती हैं कि संसाधन कम हों पर सही मार्गदर्शन और सच्ची मेहनत से बड़ी से बड़ी चुनौतियाँ भी पार की जा सकती हैं। दिशा की उपलब्धि ने यह दिखाया कि समर्पण और आत्म-विश्वास से किसी भी क्षेत्र में नाम बनाया जा सकता है और वे आज कई युवाओं के लिए रोल-मॉडल बन चुकी हैं।
