मऊ
छोटे अस्पतालों की जांच पर औषधि विक्रेता समिति का रोष
बड़े नर्सिंग होम को लेकर उठाए सवाल
मुहम्मदाबाद गोहना (करहा) (मऊ)। औषधि विक्रेता जन कल्याण सेवा समिति की बैठक में सरकार द्वारा गठित जांच टीम पर तीखी नाराज़गी जताई गई। समिति का आरोप है कि प्रशासन केवल छोटे अस्पतालों को निशाना बनाकर उत्पीड़न कर रहा है, जबकि बड़े नर्सिंग होम और निजी अस्पतालों की अनियमितताओं पर आंख मूंद ली जाती है।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष विष्णु कांत श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार अगर वाकई सुधार चाहती है तो सबसे पहले बड़े अस्पतालों की जांच करे, जहां से मोटी कमाई होती है। छोटे अस्पतालों को दबाने की नीति अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में मौजूद कई मेडिकल स्वामियों ने भी सरकार की कार्यवाही की आलोचना की और एक स्वर में विरोध दर्ज कराया। इस मौके पर नई कार्यकारिणी का गठन भी हुआ, जिसमें विष्णु कांत श्रीवास्तव को अध्यक्ष, बृजेश सिंह को महामंत्री, एकलाख अहमद को उपाध्यक्ष, नूर-ए-आलम को संगठन मंत्री और सोहन को कोषाध्यक्ष चुना गया।
अंत में जिला अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यदि छोटे अस्पतालों पर उत्पीड़न का सिलसिला नहीं रुका तो समिति आंदोलन के लिए बाध्य होगी। उन्होंने यह भी कहा कि संगठन जल्द ही जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्या को विस्तार से सामने रखेगा।
