वाराणसी
पुलिस थानों पर लगेगा अपराधियों का फोटो–बायोडाटा, साइबर गैंग पर कसेगा शिकंजा
वाराणसी। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कैंप कार्यालय में हुई अपराध समीक्षा बैठक में थानेदारों और पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर थाने के प्रमुख स्थान पर सक्रिय अपराधियों, हिस्ट्रीशीटरों और संपत्ति–सम्बंधित अपराधियों की नाम, पता और अपराध विवरण सहित फोटो–बायोडाटा प्रदर्शित किया जाएगा। जुआ, सट्टा और वेश्यावृत्ति जैसे अपराधों पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई होगी। यातायात सुधार के लिए अतिक्रमण हटाने और संवेदनशील घटनाओं पर त्वरित प्रतिक्रिया को प्राथमिकता दी जाएगी।
पुलिस कमिश्नर ने जनशिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण को थानेदारों की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी मामले को छोटा समझकर टालने की प्रवृत्ति स्वीकार्य नहीं होगी। प्रत्येक थाने में बीट वितरण चार्ट अब यूनिक नंबर के साथ तैयार होगा, जिससे निगरानी और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके। महिलाओं से जुड़े अपराधों पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति दोहराई गई और शोहदों की पहचान कर उन पर सतत निगरानी का आदेश दिया गया।

साइबर अपराध को लेकर अलग से फोकस की घोषणा की गई। निर्देश दिए गए कि साइबर अपराधियों के नेटवर्क को स्थानीय और बाहरी कड़ियों सहित खंगाला जाए। साइबर थाना और सेल में तैनात कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। आमजन को डिजिटल सुरक्षा के प्रति सतत जागरूक किया जाएगा और सभी पुलिसकर्मियों के लिए CyTrain कोर्स अनिवार्य रहेगा। ‘ऑपरेशन चक्रव्यूह’ के तहत संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की सघन चेकिंग तथा त्वरित दंडात्मक कार्रवाई पर जोर दिया गया।
बैठक में अपर पुलिस आयुक्त कानून–व्यवस्था एवं मुख्यालय शिवहरी मीणा, अपर पुलिस आयुक्त अपराध राजेश कुमार सिंह, तीनों जोन के डीसीपी, अपर पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त और थाना प्रभारी उपस्थित रहे। कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि लापरवाह पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई तय है। सीयूजी फोन हर हाल में रिसीव करने, पीड़ितों के साथ संवेदनशील व्यवहार अपनाने और कर्मियों की दक्षता मैपिंग करने के निर्देश भी दिए गए।
