शिक्षा
आईआईटी बीएचयू ने जीता इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट इनोवेशन अवार्ड
वाराणसी। आईआईटी बीएचयू को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। संस्थान द्वारा विकसित मोबाइल एप कम्यूट क्यू को अर्बन ट्रांसपोर्ट चैलेंज 2025 के तहत टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में विजेता घोषित किया गया है। इस उपलब्धि के तहत संस्थान को 83 लाख रुपये (1,00,000 डॉलर) का अनुदान दिया जाएगा, जिसका उपयोग बंगलूरू में नौ महीने के बिहेवियरल मोबिलिटी पायलट प्रोजेक्ट के संचालन में किया जाएगा।
संस्थान में यह पायलट प्रोजेक्ट पहले ही शुरू हो चुका है और इसके सफल परीक्षण के बाद यह एप भारत के अन्य शहरों में भी विस्तारित किया जाएगा। अगले तीन महीनों में यह एप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर पर आम जनता के उपयोग के लिए उपलब्ध होगा।
कम्यूट क्यू एप चार प्रमुख चरणों में काम करता है: मोबिलिटी क्वेस्ट्स, लो-कार्बन यात्राओं का विजुअल रिकॉर्ड, पर्सनल ट्रैवल ट्रैकर और स्मार्ट ट्रैवल सजेशन। इसके जरिए यात्रियों की ट्रैवल हैबिट्स का डेटा जुटाकर शहरी योजनाकारों को एक प्रभावी डैशबोर्ड प्रदान किया जाएगा, जिससे वे स्मार्ट, टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल ट्रांसपोर्ट रणनीतियां बना सकें।
आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. अमित पात्रा ने बताया कि यह पुरस्कार इस बात का प्रमाण है कि जब नवाचार, तकनीक और समाज की जरूरतें मिलती हैं तो वैश्विक समाधान निकलते हैं। डॉ. अग्निवेश ने कहा कि रियल टाइम डेटा और हाइपरलोकल स्टोरीटेलिंग की मदद से नागरिकों को निजी गाड़ियों के बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
