गाजीपुर
एसडीएम ने बाढ़ प्रभावित गांवों का किया दौरा

कामाख्या धाम में राहत शिविर स्थापित
गाजीपुर। जिले के सेवराई तहसील क्षेत्र में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के चलते नसीरपुर, हसनपुरा और नगदीलपुर गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए उपजिलाधिकारी सेवराई लोकेश कुमार ने इन गांवों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।
दौरे के बाद उन्होंने गहमर स्थित मां कामाख्या धाम करहियां मंदिर परिसर में राहत शिविर स्थापित करवाया, ताकि प्रभावित लोगों को सुरक्षित ठहरने की जगह मिल सके। फिलहाल शिविर में पचास बेड और बिस्तर लगाए गए हैं। साथ ही एक मेडिकल टीम भी चौबीस घंटे के लिए तैनात कर दी गई है, जो निरंतर सेवा दे रही है।
एसडीएम लोकेश कुमार ने सभी लेखपालों को अपने-अपने हल्का क्षेत्र में उपस्थित रहने और वहां की समस्याओं की सूचना तत्काल देने का निर्देश दिया है। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और अब खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है। नसीरपुर, हसनपुरा और नगदीलपुर को जोड़ने वाले रास्तों पर करीब छह फीट पानी भर चुका है, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है।
प्रशासन की ओर से दो से तीन नावों और एक स्वचालित एनडीआरएफ बोट को मौके पर भेजा गया है, जिससे लोग आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी कर सकें। हालांकि, सबसे बड़ी समस्या पशुओं के चारे को लेकर सामने आ रही है, क्योंकि बाढ़ के पानी में हरा चारा पूरी तरह डूब चुका है। पशुपालकों ने शासन-प्रशासन से इस दिशा में तत्काल राहत देने की अपील की है।
प्रशासनिक अमला पूरी तरह सतर्क है और लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। जलस्तर में हो रही लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए हर स्तर पर तैयारी जारी है।