मिर्ज़ापुर
किसान दिवस में उठीं समस्याएं, DM ने दिए तत्काल निस्तारण के निर्देश
मीरजापुर। विकास भवन के ऑडिटोरियम में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विकास खंडों से आए किसानों के साथ-साथ कृषि, पशुपालन, उद्यान, सहकारिता, विद्युत, सिंचाई सहित कृषि से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत उप कृषि निदेशक विकेश कुमार पटेल द्वारा पिछली किसान दिवस की कार्यवाही को पढ़कर सुनाने से हुई। इसके बाद किसानों ने अपनी समस्याएं रखीं और संबंधित विभागों से समाधान की मांग की।किसान यूनियन के प्रतिनिधि ने बताया कि चुनार सिंचाई खंड के अंतर्गत धुरिया माइनर की सर्विस पटरी करीब तीन किलोमीटर तक पूरी तरह क्षतिग्रस्त है।
बाराडीह, झोटईपुरवा, चितविश्राम और अहरौराडीह सहित दो दर्जन गांवों के लोगों को इससे आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। अहरौरा बाजार, पावर हाउस और शक्तिपीठ जैसे स्थानों तक पहुंचना कठिन हो गया है।
इस मार्ग पर पक्की सड़क बनवाना बेहद जरूरी है।खरीफ फसल के लिए सहकारी समितियों और वितरण केंद्रों पर डीएपी और यूरिया की भारी कमी का मुद्दा भी उठाया गया। किसानों ने मांग की कि अहरौरा स्थित कृषि मंडी में पूर्व की तरह धान क्रय केंद्र पुनः शुरू कराया जाए।
अन्य किसानों ने बताया कि आनन्दीपुर माइनर में जलकुंभी के कारण जल प्रवाह बाधित है, जिससे सिंचाई में दिक्कत आ रही है। इसके लिए शीघ्र रासायनिक छिड़काव की आवश्यकता है। चुनार क्षेत्र में 250 केवी का ट्रांसफार्मर पास हो चुका है, लेकिन बजट न होने के कारण निष्क्रिय पड़ा है।
लालगंज से कलवारी संपर्क मार्ग की नाली और सड़क ध्वस्त होने से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। ग्राम पंचायत रामपुर कामता प्रसाद में यू.पी. सिडको द्वारा कराए गए नाली निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व किसान दिवस में की गई जांच में निर्माण कार्य को गलत तरीके से सही बताया गया था, जबकि वास्तविकता इसके विपरीत है। ग्रामीण चाहते हैं कि जिले स्तर से निष्पक्ष जांच कराई जाए।बिजली आपूर्ति को लेकर भी शिकायतें सामने आईं।
बताया गया कि बिजली पोल बांस और बगीचों के बीच से होकर गुजर रहे हैं जिससे आए दिन बिजली गुल रहती है। ग्रामीणों ने मांग की कि बिजली पोल को कठवार गांव से होकर बाणसागर नहर की पटरी के रास्ते लगाया जाए ताकि सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित हो सके।जिलाधिकारी ने सभी समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने और समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, कोऑपरेटिव विभाग के प्रतिनिधि, अग्रणी जिला प्रबंधक सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
