मिर्ज़ापुर
निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर DM ने जताई नाराजगी, अधिकारियों का रोका वेतन

मीरजापुर। जिले में 50 लाख से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं और पूर्वांचल विकास निधि से संचालित कार्यों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में सीएम डैशबोर्ड व सीएमआईएस पोर्टल पर दर्ज परियोजनाओं की स्थिति का बिंदुवार आकलन किया गया।
राजकीय निर्माण निगम (सोनभद्र) द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेज, मंडलीय चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और क्रिटिकल केयर ब्लॉक जैसी परियोजनाओं में लापरवाही मिलने पर प्रोजेक्ट मैनेजर और सहायक अभियंता का वेतन रोका गया।
वहीं, निर्माण खंड भवन (लोक निर्माण विभाग) द्वारा संचालित राज्य विश्वविद्यालय व महिला महाविद्यालय की धीमी प्रगति पर कार्यदायी संस्था को शो-कॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि पूर्ण परियोजनाओं का 31 जुलाई तक सत्यापन कर संबंधित विभाग को हैंडओवर सुनिश्चित कराया जाए।
उन्होंने भवनों के साथ शौचालय, पेयजल और अन्य मूलभूत सुविधाओं का भी भौतिक परीक्षण करने का निर्देश दिया। गौ आश्रय स्थलों की बाउंड्री पर वृक्षारोपण व परियोजनाओं की फोटोग्राफी भी अनिवार्य की गई।
एनआरएलएम की समीक्षा में पहाड़ी, पटेहरा और सिटी के बीडीओ व बीएमएम की प्रशंसा हुई, जबकि हलिया, सीखड़ व राजगढ़ के बीएमएम को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया।
बैठक में सिंचाई, पर्यटन, जल निगम, ग्रामीण अभियंत्रण, सिडको, सेतु निगम व अन्य कार्यदायी संस्थाओं की परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए सभी विभागों को सतर्कता बरतने को कहा।