गाजीपुर
ट्रांसफार्मर जलने के 48 घंटे बाद भी नहीं बदला, विभागीय लापरवाही से ग्रामीण नाराज

गाजीपुर। जनपद के झोटना सब स्टेशन अंतर्गत ग्राम सभा ओडासन में शनिवार शाम लगभग 5 बजे 25 केवीए का ट्रांसफार्मर जल जाने के बाद से करीब डेढ़ सौ घर अंधेरे में डूबे हुए हैं। उमस भरी इस भीषण गर्मी में ग्रामीणों की परेशानी चरम पर है, लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही और उदासीनता खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ट्रांसफार्मर जलने की सूचना ग्रामीणों द्वारा उसी दिन संबंधित अधिकारियों – गाजीपुर ट्रांसफार्मर स्टोर, जूनियर इंजीनियर और सब स्टेशन झोटना – को तत्काल दे दी गई थी। लेकिन स्टोर विभाग ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि अभी तक फील्ड इंजीनियर द्वारा कोई दस्तावेज पूर्ण कर भेजा नहीं गया है। वहीं जब सोमवार को ग्रामीणों ने दबाव बनाकर झोटना सब स्टेशन के जेई से पत्राचार कराया, तब जाकर कागजी कार्यवाही आगे बढ़ी।
सरकारी आदेशों की उड़ रही धज्जियां
बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों की यह निष्क्रियता सीधे तौर पर सरकार के उस आदेश का उल्लंघन है, जिसमें ऊर्जा मंत्री द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि 24 घंटे के भीतर जले हुए ट्रांसफार्मर को बदला जाए। लेकिन इस मामले में 48 घंटे बीतने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
ग्रामीणों में इस बात को लेकर भारी नाराज़गी है। लोगों का कहना है कि यदि 24 घंटे में कार्यवाही नहीं होती तो हम मुख्यमंत्री पोर्टल और ऊर्जा मंत्री तक अपनी बात पहुंचाएंगे। ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ अधिकारी विभागीय मिलीभगत से आम जनता की समस्या को अनदेखा कर रहे हैं और सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं।
गांव में उबाल, विरोध की चेतावनी
गांव में इस लापरवाही को लेकर जबरदस्त असंतोष है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया, तो वे धरना-प्रदर्शन और जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक शिकायत करेंगे।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या बिजली विभाग के अधिकारी जनता की पीड़ा को समझकर तत्काल कार्रवाई करते हैं या फिर जनता को ही आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।