वाराणसी
जेल में बंद दुष्कर्म के आरोपी की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

वाराणसी। चौकाघाट जिला जेल में दुष्कर्म के आरोप में तीन साल से अधिक समय से बंद आरोपी की मौत से हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान आशुतोष सिंह (25) के रूप में हुई है। उसकी आज पॉक्सो कोर्ट में पेशी भी थी। मौत की खबर मिलते ही परिजनों ने कबीरचौरा मंडलीय चिकित्सालय में जमकर हंगामा किया। फिलहाल अस्पताल की मर्चरी पर परिजनों की भीड़ जुटी हुई है।
सुबह 10 बजे के बाद आया फोन
आरोपी के पिता राघवेंद्र सिंह, जो पहाड़िया में फोटो रोमिंग का काम करते हैं, उन्होंने बताया “मेरा बेटा एक लड़की की शिकायत पर पिछले साढ़े तीन साल से जिला जेल में निरुद्ध था। उसका केस चल रहा था। सोमवार को उसकी जज अजय कुमार तृतीय पॉक्सो मेन में पेशी थी। हम लोग कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे थे तभी मंजिल से फोन आया कि आपके बेटे की तबियत खराब हो गई है। कबीरचौरा आ जाइए।”
राघवेंद्र सिंह ने आगे बताया “मौके पर पहुंचे तो बेटा मर चुका था और उसकी बॉडी मर्चरी में रख दी गई थी। हमने डॉक्टर से पूछा तो उन्होंने कहा कि मृत अवस्था में लाया गया था। जबकि मेरा बेटा पूरी तरह स्वस्थ था। हमें इंसाफ चाहिए।”
मां बोली, विपक्षियों ने मांगे थे 30 लाख
मृतक की मां रीता सिंह ने बताया “मेरे बेटे को कुछ लोगों ने झूठे मुकदमे में फंसाया था। हम एक-एक दिन करके उसके छूटने का इंतजार कर रहे थे। वहीं विपक्षी 30 लाख रुपए समझौते के लिए मांग रहे थे। जबकि हमारे पति ने बेटे की शादी तक की बात की थी। वो सब कहते थे कि लड़का सड़ेगा जेल में तुम्हारा और मेरा बेटा जेल में था। आज क्या हुआ ये क्लियर तरीके से बताने के लिए कोई राजी नहीं है। पुलिस कह रही चल के आया था, अस्पताल कह रहा ब्रॉड डेड लाया गया।”
कबीरचौरा अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर जयेश मिश्रा ने बताया “सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर जिला जेल से एक पेशंट आशुतोष सिंह (25) को लाया गया था। हमने फौरन उसका ईसीजी किया जो कि फ्लैट आया। वह ब्रॉड डेड था। हमने इस बारे में परिजनों और जेल पुलिस को सूचना दे दी है। कुछ देर परिजनों ने हंगामा किया था लेकिन उन्हें समझा कर बाहर निकाला गया है।”