राज्य-राजधानी
मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, इंटरनेट सेवा ठप
मैतेयी संगठन ‘अरामबाई तेंगोल’ के नेता की गिरफ्तारी के बाद उपद्रव, कई जिले छावनी में तब्दील
इंफाल। मणिपुर की नाजुक शांति एक बार फिर उस समय भंग हो गई जब अरामबाई तेंगोल संगठन के नेता कनन सिंह की गिरफ्तारी के बाद हिंसक प्रदर्शन भड़क उठे। सीबीआई द्वारा की गई इस गिरफ्तारी के विरोध में इंफाल घाटी के कई हिस्सों में हिंसा फैल गई, जिसके चलते प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़े।
रविवार को इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। इसके साथ ही कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से इन जिलों में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाएं भी पांच दिनों के लिए निलंबित कर दी गई हैं।
प्रदर्शनकारियों का उग्र विरोध
प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम किए, टायर जलाए और कई स्थानों पर पुलिस से भिड़ गए। इंफाल एयरपोर्ट पर भी गहमागहमी रही, जहां लोगों ने नेता की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया। भीड़ ने इंफाल पूर्व जिले में एक बस को आग के हवाले कर दिया। क्वाकीतेल क्षेत्र में गोलियों की आवाज भी सुनाई दी, हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि फायरिंग किस ओर से हुई।

तीन घायल, आंसू गैस के गोले दागे गए
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में तीन लोग घायल हो गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे। राजधानी के राजभवन के आसपास के इलाकों में अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है।
गिरफ्तारी के विरोध में आत्मदाह की चेतावनी
गिरफ्तारी के विरोध में अरामबाई तेंगोल के कुछ सदस्यों ने पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह की चेतावनी दी। हालात को देखते हुए प्रशासन ने बीएनएसएस की धारा 163 के तहत पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने और घातक हथियार लेकर चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सीबीआई की कार्रवाई
सीबीआई ने मणिपुर हिंसा से जुड़े मामलों में कनन सिंह को इंफाल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर गुवाहाटी स्थानांतरित किया, जहां उसे पुलिस रिमांड के लिए अदालत में पेश किया जाएगा। एजेंसी ने यह भी स्पष्ट किया कि हिंसा से जुड़े अन्य मामलों की जांच जारी है और जरूरत पड़ने पर अन्य गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
एनआईए ने भी की बड़ी कार्रवाई
इस बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले वर्ष तेंग्नौपाल जिले में सुरक्षाबलों पर हुए हमले के मामले में तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। इनमें कुकी उग्रवादी संगठन से जुड़े प्रमुख नाम शामिल हैं, जिन्हें अब गुवाहाटी में एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा।
