मिर्ज़ापुर
अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी पर आयोजित संगोष्ठी में पहुंचे कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल नंदी
मीरजापुर। अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी पर नगर के घंटाघर प्रांगण आयोजित संगोष्ठी में बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची।महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल नन्दी पहुंचे। जहा कार्यक्रम आयोजक श्यामसुंदर केशरी ने उनको मोमेंटो,बुके और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।इसके साथ ही जिला अध्यक्ष बृजभूषण सिंह सहित,सभासद,महिला सभासदों एवं अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं,महिला पदाधिकारी,कार्यकत्री द्वारा भी उनको बुके और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।इसके बाद कैबिनेट मंत्री ने अहिल्याबाई होल्कर के छाया चित्र पर पुष्पांजलि और दीप जलाकर उनको नमन किया।इस मौके उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर पाल की समाज की बेटी थी।एक चरवाहे की बेटी की शादी एक राजघराने में होती और वे राजघराने की बहु बनती हैं।शादी के कुछ सालों के बाद ही उनके बेटे और पति की मृत्यु हो जाती है।वो उनके चिता के साथ सती होना चाहती थी लेकिन उनके ससुर के द्वारा उनको समझाया जाता है,ये राजपाठ का निर्वहन,लोगो की सेवा करना तुम्हारी जिम्मेदारी है।ससुर की मौत के बाद पड़ोसी राज्यों के राजा उनके राज्य पर हमला कर उसे कब्जाना चाहते थे।लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपनी दृढ़ इच्छा से सेना को मजबूत बनाया और उन्होंने महिलाओं को भी सेना में शामिल किया।उन्होंने अपनी सेना के दम पर अपने राज्य की रक्षा की और लगभग अठाईस साल तक शासन किया।
भारतीय धर्म,संस्कृति और परम्परा में उनका योगदान अमूल्य है। उन्होंने मुगल आक्रांताओं द्वारा तोड़े गए मंदिरों का जीर्णोद्धार कर सजाने और संवारने का काम किया था।उन्होंने रामेश्वर,काशी विश्वनाथ,केदारनाथ,बद्रीनाथ जैसे मंदिरों का जीर्णोद्धार कर तीन सौ साल पहले सनातन धर्म को पुनर्जीवित करने का काम किया था। देश के पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अहिल्याबाई होल्कर के पद चिन्हों पर चलते हुए देश भर के प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार कर रहे है।इस मौके पर नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर नारी शक्ति,कुशल प्रशासक थी।उन्होंने इतने विषम परिस्थितियों के बावजूद लोगों की सेवा की,सनातन धर्म के उत्थान के लिए कार्य किया।वे तीन सौ साल पहले अपने शासन काल में कई मंदिरों को बनवाने का काम किया था।वे नारी सशक्तिकरण की एक उदाहरण है।आज उनकी जन्मजयंती पर संगोष्ठी की गई है,कई महिला वक्ताओं ने भी उनके जीवन के बारे में संगोष्ठी में आई महिलाओं को जानकारी दी।भाजपा सरकार ऐसे लोकनायको को सम्मान देने का काम रही है और अहिल्याबाई होल्कर के पदचिन्हों पर चलकर देश के तमाम प्राचीन मंदिरों को बनवाने का काम रही है।काशी का विश्वनाथ मंदिर,अयोध्या का राम मंदिर,मीरजापुर में माता विंध्यवासिनी का कॉरिडोर सहित कई ऐसे मंदिर का कायाकल्प किया गया है।इस मौके महिला वक्ताओं जिसमें महिला आयोग की सदस्य नीलम प्रभा, पद्म श्री उर्मिला श्रीवास्तव,किशोर न्याय बोर्ड की चेयरमैन रीता जायसवाल,ब्रह्मा कुमारी की बिंदु दीदी ने कार्यक्रम में अपने विचार रखे,कार्यक्रम का संचालन शिव इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल कमला पाल ने किया।
