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वाराणसी

“हर बच्चे तक पहुंचे मदद, महिला-बाल कल्याण योजनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं” : डीएम

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वाराणसी। जिला मुख्यालय स्थित राइफल क्लब सभागार में सोमवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में मिशन वात्सल्य के तहत चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं सहित बाल संरक्षण से जुड़े संस्थानों की कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा की गई।

जिलाधिकारी ने स्पॉन्सरशिप योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड एवं सामान्य), राजकीय बालगृह (बालक व बालिका), संप्रेक्षण गृह तथा पश्चातवर्ती देखरेख संगठन (महिला) में रह रहे बच्चों की देखरेख, भोजन, आवास, शिक्षा, प्रशिक्षण एवं मनोरंजन की सुविधाओं की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी बच्चों को समुचित देखरेख और विकास के अवसर उपलब्ध कराए जाएं।

डीएम कुमार ने दत्तक ग्रहण इकाई (कारा) के कार्यों की भी समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और निराश्रित महिला पेंशन योजना के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिया कि जीरो पॉवर्टी अभियान के अंतर्गत सभी परिवारों का सर्वेक्षण कर, उनके 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना के तहत लाया जाए।

चाइल्डलाइन की समीक्षा के दौरान डीएम ने मिसिंग बच्चों की जानकारी पूर्ण विवरण के साथ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष की समीक्षा करते हुए लंबित प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण की बात कही।

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वन स्टॉप सेंटर की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने पर बल देते हुए जिलाधिकारी ने आवश्यक सुधारात्मक उपायों को प्राथमिकता देने की बात कही। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष, वन स्टॉप सेंटर इंचार्ज, जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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