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देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश होंगे जस्टिस बीआर गवई

नई दिल्ली। जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई 14 मई को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। वर्तमान सीजेआई संजीव खन्ना 13 मई को रिटायर होंगे। जस्टिस गवई का कार्यकाल छह महीने का होगा। उन्होंने 1985 में वकालत शुरू की थी और 2019 में सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे।
भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई के नाम की सिफारिश कानून मंत्रालय को भेज दी है। यह सिफारिश न्यायपालिका की परंपरा के अनुसार की गई है, जिसमें मौजूदा सीजेआई अपने उत्तराधिकारी का नाम सुझाते हैं।
जस्टिस खन्ना का कार्यकाल 13 मई 2025 को समाप्त हो रहा है। उनके बाद वरिष्ठता क्रम में अगली पंक्ति में खड़े जस्टिस गवई देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे।
जस्टिस गवई की नियुक्ति ऐतिहासिक मानी जा रही है, क्योंकि वे देश के दूसरे दलित सीजेआई होंगे। इससे पहले जस्टिस के.जी. बालकृष्णन इस पद पर आसीन हुए थे।
जस्टिस गवई को 24 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। प्रधान न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल लगभग छह महीने का होगा और वे 23 नवंबर 2025 को सेवानिवृत्त होंगे।