मिर्ज़ापुर
आँगनबाड़ी केंद्रों पर मनाया जा रहा पोषण पखवाड़ा, विधायक ने वितरित किये नियुक्ति पत्र

नारायणपुर (मिर्जापुर)। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के नेतृत्व में जनपद मिर्जापुर के समस्त आँगनबाड़ी केंद्रों पर 8 अप्रैल से 22 अप्रैल 2025 तक राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को ब्लॉक नारायणपुर में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें नवनियुक्त आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए एवं पोषण पखवाड़े से संबंधित विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक अनुराग सिंह रहे, जिन्होंने नारायणपुर परियोजना की 9 एवं सिखड़ परियोजना की 3 नवनियुक्त आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर बीडीओ राजीव, एडीओ हरिशंकर, तथा सीडीपीओ मीना गुप्ता भी उपस्थित रहीं।
सीडीपीओ मीना गुप्ता ने पोषण पखवाड़े के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि “हर आँगनबाड़ी केंद्र पर इस पखवाड़े के दौरान पोषण के प्रति जन-जागरूकता फैलाने का कार्य किया जाएगा, जिससे आमजन को उचित पोषण के विषय में जानकारी मिल सके।”
जीवन के पहले 1000 दिन और नवचेतना पुस्तिका पर विशेष चर्चा:
पोषण पखवाड़े के अंतर्गत ‘जीवन के पहले 1000 दिन’ विषय पर एक वृहद चर्चा आयोजित की गई, जिसमें गर्भवती महिलाएं, धात्री माताएं एवं शिशुओं के पोषण एवं स्वास्थ्य पर विशेष जोर दिया गया। चर्चा के दौरान नवचेतना एवं सक्षम पुस्तिका के माध्यम से जानकारी दी गई।
आकर्षक रंगोली और नीव फ्लिप बुक के माध्यम से जागरूकता:
कार्यक्रम के दौरान आँगनबाड़ी कार्यकर्ता पूर्णिमा, मनोरमा, सीमा, शिप्रा, शकुंतला एवं अन्य आशा बहनें शारदा देवी, एएनएम प्रियंका देवी के सहयोग से पोषण आधारित रंगोली चित्रित की गई। इसके अतिरिक्त नीव फ्लिप बुक का प्रयोग कर समुदाय के लोगों को बच्चों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक व भावनात्मक विकास की जानकारी दी गई।
पोषण पखवाड़ा 2025 के प्रमुख विषय:
1. जीवन के पहले 1000 दिनों पर ध्यान: गर्भावस्था से लेकर 2 वर्ष तक के बच्चों का पोषण।
2. पोषण ट्रैकर की जानकारी: नागरिकों की डिजिटल भागीदारी को बढ़ावा देना।
3. CMAM (सामुदायिक आधारित तीव्र कुपोषण प्रबंधन): स्थानीय स्तर पर कुपोषण से निपटने की रणनीति।
4. बचपन में मोटापे से बचाव: संतुलित आहार और जीवनशैली को बढ़ावा देना।
उद्देश्य एवं राष्ट्रीय महत्व
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 में शुरू किए गए पोषण अभियान के अंतर्गत यह सातवां पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य कुपोषण को समाप्त करना तथा महिलाओं, बच्चों और किशोरियों के पोषण स्तर में सुधार लाना है। मीना गुप्ता ने बताया कि अतिकुपोषित बच्चों को NRC (पोषण पुनर्वास केंद्र) में भर्ती कर विशेष स्वास्थ्य देखभाल आवश्यक है।