गाजीपुर
“बच्चों के भविष्य को संवारने की दिशा में आईसीटी एक बड़ा कदम” : रविंद्र प्रसाद

मरदह (गाजीपुर)। पीएम श्री कंपोजिट स्कूल, मरदह के सहायक अध्यापक रविंद्र प्रसाद मौर्य ने प्रारंभिक शिक्षा में आईसीटी के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि, प्रारंभिक शिक्षा बच्चों की सीखने की नींव रखती है, जहां वे अपने ज्ञान और कौशल को विकसित करते हैं। इस महत्वपूर्ण चरण में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) का उपयोग शिक्षा को अधिक प्रभावी, आकर्षक और समृद्ध बना सकता है।
आईसीटी के माध्यम से शिक्षा में सुधार के प्रमुख लाभ:
- सीखने की प्रक्रिया में नवाचार:
आईसीटी बच्चों को ऑनलाइन पुस्तकें, शैक्षिक वीडियो, और इंटरैक्टिव गेम्स जैसे संसाधनों तक पहुंच प्रदान करता है, जिससे सीखने की प्रक्रिया अधिक प्रभावी और रोचक बनती है। - शिक्षा को बनाता है रुचिकर और आकर्षक:
आईसीटी का उपयोग शिक्षा को मनोरंजक बनाता है। वीडियो ट्यूटोरियल, शैक्षिक ऐप्स, और इंटरएक्टिव एक्टिविटीज के माध्यम से बच्चे जल्दी और दिलचस्पी के साथ सीखते हैं। - व्यक्तिगत सीखने की आवश्यकताओं की पूर्ति:
प्रत्येक बच्चे की सीखने की गति अलग होती है। आईसीटी के माध्यम से शिक्षक बच्चों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार संसाधन प्रदान कर सकते हैं, जिससे वे अपने अनुसार सीख सकें। - सामाजिक और संवाद कौशल का विकास:
आईसीटी बच्चों को ऑनलाइन चर्चा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, और सामूहिक परियोजनाओं में भाग लेने की सुविधा देता है, जिससे उनके सामाजिक और संवाद कौशल में सुधार होता है। - डिजिटल युग के लिए आवश्यक कौशल विकसित करना:
आईसीटी बच्चों को कंप्यूटर, इंटरनेट और अन्य प्रौद्योगिकी उपकरणों का उपयोग सिखाकर उन्हें डिजिटल भविष्य के लिए तैयार करता है।
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