गांव की चिट्ठी
वाराणसी : शार्ट सर्किट से लगी आग, पड़ोसियों की मदद से बची जान
वाराणसी: भेलूपुर थाना क्षेत्र के खोजवा के किरहिया चौराहे के समीप बुधवार तड़के अचानक शार्ट सर्किट होने से दो मंजिला भवन में भीषण आग लग गई। आग की लपट और धुएं से दम घुटने की समस्या होने पर परिजनों की नींद खुली तो बाहर निकलने वाली सीढ़ी तबतक आग की लपेट से घिर गई। घर में मौजूद परिजनों ने पड़ोसियों की मदद से बगल के छत से कूद कर अपनी जान बचाई। आग की चपेट में आने से घर में 15 लाख केजेवरात 13 हजार नकद, घर का सारा सामना जल कर राख हो गया। सूचना के एक घण्टे बाद फायर ब्रिगेड के जवान पहुंचे। इसके पहले स्थानीय लोग बगल में कुएं से पानी घरों से बाल्टी लेकर आग पर काबू कर लिए।
इसके बाद फायर सर्विस की दो गाड़ियों की मदद से आग बुझाया गया। बताया जाता है कि किरहिया के रहने वाले लाल चन्द्र विश्वकर्मा के दो बेटे हैं।दोनों का मकान अगल – बगल में हैं। लालचंद छोटे बेटे जयप्रकाश के साथ रहते हैं। नीचे की तल पर जयप्रकाश मोटरसाइकिल मैकेनिक की दुकान चलाता हैं। दुकान में ग्राहकों की बनाने के लिए पल्सर और होंडा की मोटरसाइकिलें स्कूटी खड़ी थीं। मंगलवार की रात दुकान बंद कर उसके ऊपर दूसरे मंजिल पर सोने के लिए पत्नी संगीता पिता और बेटी मिठी (चार साल) के साथ सोने चले गए। इस बीच भोर 3,30 बजे दुकान में शॉर्ट सर्किट होने से आग लग गई।
आग फैलकर दूसरे तल के तीन कमरों को अपने आगोश में ले लिया। धुएं से दम घुटने पर जयप्रकाश, लालचंद,संगीता और मीठी के साथ सीढ़ी की तरफ गए तो सीढ़ी पर पूरी आग लगी थी। इसके बाद सभी छत पर गए और लालचन्द्र के बड़े बेटे दीपक के घर से होकर किसी तरह नीचे उतरे। लालचन्द्र संगीता और जयप्रकाश पूरी तरह से सड़क पर रहने के लिए मजबूर हो गए। बताया कि पड़ोसी मददगार बन खड़े हैं। आग की लपट के कारण घर की दीवारें और छत फट गई है।
भगवान बनकर आये पड़ोसी : आग की लपेट में पूरी गृहस्थी का सामानं जल गया। मकान का कागजात जलने के बाद भी लालचंद और उनके बेटे बहु एक बात कह रहे थे कि भइया पड़ोसियों ने भगवान बनकर हम लोगों बचा लिया। वरना चार लोग जिंदा जलकर मर गए होते। गृहस्थी जल गई। उसकी तकलीफ नहीं हैं साहब हम लोग जिंदा जलकर मरने से बच गए। 2.30 घण्टे कड़ी मशक्कत के बाद पड़ोसियों की मदद से आग पर फायर ब्रिग्रेड के जवान काबू में ला पाए। लालचंद और उनके बेटे जयप्रकाश का आरोप रहा कि सूचना 3.30 बजे दी गई और फायर बिग्रेड की टीम 4.30 बजे पहुंची। कर्मचारी जयप्रकाश को ही पाइप थमाकर घर में घुसा दिए।