वाराणसी
जर्जर सड़क और गंदगी से जूझ रही छित्तूपुर कॉलोनी, नगर निगम बेखबर

कॉलोनी बना असामाजिक गतिविधियों का अड्डा, महिलाओं और बच्चों में खौफ
वाराणसी। स्मार्ट सिटी के दावों के बीच वाराणसी के सिगरा थाना अंतर्गत छित्तूपुर टेलिफोन कॉलोनी की बदहाली स्थानीय निवासियों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। इस कॉलोनी की सड़कें जर्जर अवस्था में हैं, खाली प्लॉट कूड़े के ढेर में तब्दील हो चुके हैं और वर्षों से खाली पड़ा पार्क अब तक सुंदरीकरण से वंचित है। इसके अलावा, कॉलोनी के आसपास सूअर पालन के चलते फैलने वाली दुर्गंध से आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
कॉलोनी के निवासियों का कहना है कि वे लंबे समय से इन समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन अब तक किसी भी जिम्मेदार अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। क्षेत्रीय पार्षद की अनदेखी के चलते स्थानीय लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। जबकि नगर निगम का कार्यालय यहां से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, फिर भी इलाके की सफाई और सड़क निर्माण को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
खाली प्लॉट बन रहे असामाजिक गतिविधियों का अड्डा

कॉलोनी में जगह-जगह खाली पड़े प्लॉट न केवल कूड़े-कचरे के ढेर में तब्दील हो गए हैं, बल्कि ये अब असामाजिक तत्वों के अड्डे भी बन चुके हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, रात होते ही पार्क नंबर एक के पास खाली प्लॉट पर शराबियों और जुआरियों का जमावड़ा लगने लगता है, जिसके वजह से क्षेत्र के लोगों का आना-जाना दुश्वार हो गया है और यहां की महिलाओं और बच्चियों में भी हर पल खौफ बना रहता है। पुलिस प्रशासन को इस समस्या पर ध्यान देने की जरूरत है अन्यथा कभी भी किसी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता।
स्कूली बच्चों को नहीं मिल पा रहा खेल का स्वच्छ वातावरण
स्थानीय निवासियों ने बताया कि कॉलोनी में वर्षों से एक पार्क खाली पड़ा है, लेकिन इसके पंजीकरण और सुंदरीकरण की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। इस कारण स्कूली बच्चों को स्वच्छ वातावरण में खेलने की सुविधा नहीं मिल पा रही है। बच्चे चाहकर भी खेल गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक विकास पर असर पड़ रहा है।
वार्ड नंबर 2 की सभासद से संपर्क की कोशिश, नहीं मिला स्पष्ट जवाब
नगर निगम की QR कोड जांच अभियान के तहत जब जयदेश की टीम ने छित्तूपुर के वार्ड नंबर 2 की क्षेत्रीय सभासद संजू सरोज से संपर्क करने की कोशिश की, तो उनका फोन लगातार नहीं उठ रहा था।
कई बार प्रयास के बाद जब उन्होंने फोन उठाया, तो उन्होंने बताया कि वह फिलहाल बनारस से बाहर हैं और लौटने के बाद ही कॉलोनी का निरीक्षण करेंगी। जब उनसे पूछा गया कि उनकी अनुपस्थिति में वार्ड के कार्यों की निगरानी कौन कर रहा है, तो उन्होंने स्पष्ट जवाब देने से बचते हुए कहा, “हम आएंगे तभी इस मुद्दे पर कुछ बता पाएंगे।”
सभासद के इस बयान से स्थानीय लोगों में नाराजगी देखी जा रही है, क्योंकि QR कोड जांच अभियान के दौरान नगर निगम की टीम को वार्ड में कई खामियां मिली हैं। वहीं, नागरिकों का कहना है कि वार्ड में नियमित निरीक्षण और समस्याओं के समाधान की जरूरत है।
नगर निगम और जनप्रतिनिधियों से कार्रवाई की मांग
कॉलोनी के निवासियों ने नगर निगम और संबंधित जनप्रतिनिधियों से जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालने की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वाराणसी को स्मार्ट सिटी बनाने की योजना के तहत इस इलाके में भी विकास कार्य किए जाने चाहिए। निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे जनप्रतिनिधियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
अब देखना होगा कि नगर निगम और स्थानीय प्रशासन इस दिशा में कब तक ठोस कदम उठाते हैं, ताकि छित्तूपुर कॉलोनी के लोग राहत की सांस ले सकें।