वाराणसी
74वें संविधान दिवस पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी: 74वें संविधान दिवस के अवसर पर आज विधि विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी, ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अभय कृष्ण तिवारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. चतुर्भुज नाथ तिवारी (पूर्व विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष, विधि संकाय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ) उपस्थित रहे। कुलपति ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि ज्ञान के रास्ते से ही विश्वगुरू बनने का रास्ता गुजरता है। संविधान का प्रत्येक शब्द समय के साथ प्रतिदिन सुसंगत है। संविधान की महत्ता पर विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे प्रतिदिन के जीवन में संविधान की एक अहम भूमिका है साथ ही उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर के बताये हुए मार्ग पर चलकर ही हम उनका तथा संविधान का अनुकरण कर सकते हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अभय कृष्ण तिवारी ने संविधान की उत्पत्ति से लेकर वर्तमान समय तक संविधान के महत्त्व पर प्रकाश डाला, साथ ही उन्होंने भारत के संविधान की विभिन्न देश के संविधानों से तुलना भी किया और भारत के संविधान को विशिष्ठ स्थान प्रदान किया जो समय एवं परिस्थिति के अनुसार अपना एक अलग महत्व रखता है। साथ ही उन्होंने संविधान के विभिन्न उपबंधों के संदर्भ में न्यायिक दृष्टिकोण के अवलोकन पर भी विस्तार की चर्चा की।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष विधि संकाय प्रो. रंजन कुमार ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ, मेराज हाशमी, सहायक आचार्य विधि विभाग तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो. चतुर्भुज नाथ तिवारी (पूर्व विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष, विधि संकाय, म.गां काशी विद्यापीठ) ने किया।
