वाराणसी
16 अक्टूबर को होगा रुद्राक्ष कन्वर्सेशन सेंटर में कबीर उत्सव का आयोजन
वाराणसी। कबीर उत्सव का शुभारम्भ वाराणसी के रुद्राक्ष सभागार देश के सभी राज्यों में 75 से 100 स्थानों पर होगा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन केंद्रीय राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल करेंगे उद्घाटन में 16 अक्टूबर को कबीर मध्ययुगीन भक्ति साहित्य धारा के महान संत कवि थे . उन्होंने हमारी सनातन संस्कृति को रूढ़ि मुक्त करके समाज की विषमताओं को दूर करने में फकीरी अंदाज में अखंडता के साथ चोट की . उनके कथन आज भी उतने ही प्रासंगिक है . इसी विषय को ध्यान में रखते हुए आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृंखला में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा कबीर उत्सव का आयोजन देश भर में किया जा रहा है . इस श्रृंखला का प्रथम कार्यक्रम से शुभारंभ कबीर की जन्म स्थली वाराणसी में और समापन निर्वाण स्थली मगहर में होगा . देश के सभी राज्यों में लगभग 75 से 100 स्थानों पर यह आयोजन किया जाएगा . पत्र प्रतिनिधियों से बात करते हुए संगीत व सांस्कृतिक संस्था सुर संगम के अध्यक्ष के . सी . मालू , जयपुर ने बताया कि कबीर उत्सव के आयोजन का मुख्य उद्देश्य कबीर के मौलिक चरित्र , उनके पद , दोहे , साखियों , उलटबांसियों आदि के संगीतमय गायन व नृत्य प्रस्तुति के माध्यम से जनता के समक्ष रखना है . इसी दिशा में प्रथम कबीर उत्सव का आयोजन वाराणसी में 16 अक्टूबर रविवार को किया जा रहा है . इस समारोह में कबीर से जुड़े सांस्कृतिक आयोजन के साथ साथ कबीर के बहुआयामी व्यक्तित्व के साथ सनातन परम्परा व राम के बारे में कबीर के दर्शन को भी प्रस्तुत किया जायेगा . क्रमश : वाराणसी के रुद्राक्ष सभागार में 16 अक्टूबर रविवार को सायं 6 बजे से होने वाले इस श्रृंखला के प्रथम आयोजन में भारत सरकार के संस्कृति व संसदीय कार्य राज्यमंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल मुख्य अतिथि व उत्तर प्रदेश के स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्यमंत्री श्री रवीन्द्र जायसवाल विशिष्ट अतिथि होंगे . इस विशिष्ट संध्या में कबीर के पदों , दोहों व साखी आदि के संगीतमय प्रस्तुतिकरण के साथ कबीर पर एक आकर्षक बैले नृत्य भी डा . विधि नागर एवं उनकी टीम द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा . इस विशेष सांस्कृतिक संध्या में ऑडियो विजुअल प्रस्तुति के माध्यम से भी कबीर दर्शन के बारे में जानकारियां प्रदान की जाएगी . कार्यक्रम के प्रारंभ में राम वल्लभाचार्य द्वारा रचित व पं . भवदीप जयपुर वाले द्वारा संगीतबद्ध नवीनतम भारत वंदना ” वंदे भूमातरम ” का समूह गायन होगा . कार्यक्रम का विशेष आकर्षण बॉलीवुड के प्रसिद्ध गायक व संगीतकार रामायण फेम सतीश देहरा व शम्भू लहरी का गायन होगा . साथ ही रीवा की लोकप्रिय पार्श्व गायिका मुकुल सोनी , वाराणसी की डां . श्वेता जायसवाल , प्रियांशु घोष व पूजा राय भी कबीर के भजनों को रोचक प्रस्तुतियां देंगे . कार्यक्रम के स्थानीय संयोजक आनंद लड़िया व स्मिता लोहिया ने बताया कि वाराणसी के मारवाड़ी युवा मंच की सभी शाखाओं वाराणसी , गंगा , काशी , वरुणा , अन्नपूर्णा , काशी शिवा व उदया द्वारा स्थानीय व्यवस्थायें संयोजित की जाएगी . इस अवसर पर कबीर के अनुगामी , विशिष्ट जन , छात्र छात्राएं भी कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे . सुर संगम संस्थान के महासचिव मुकेश अग्रवाल ने बताया कि सभी संगीत व कबीर प्रेमी कबीर उत्सव आयोजन का निमंत्रण पत्र स्थानीय संयोजक से नि : शुल्क प्राप्त कर समारोह का आनन्द ले सकते हैं ।