वाराणसी
हॉकी खिलाड़ी समेत कई लोगों के मकान और दुकान पर चला बुलडोजर

वाराणसी। जाम की समस्या से निजात दिलाने और आगागमन सुगम बनाने के उद्देश्य से कचहरी से संदहा तक फोर लेन सड़क निर्माण कार्य जारी है। इस क्रम में रविवार को पुलिस लाइन के समीप पक्की बाजार इलाके में प्रशासन ने बुलडोजर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई तेज कर दी।
स्थानीय विरोध के बावजूद भारी पुलिस व प्रशासनिक फोर्स के साथ दर्जनों मकान और दुकानों को जमींदोज किया गया। इस कार्रवाई में पक्की बाजार लबे सड़क स्थित हॉकी के महान खिलाड़ी पद्मश्री मो. शाहिद (दिवगंत) का मकान भी गिरा दिया गया। मो. शाहिद के मकान को बचाने के लिए पहले से अपील की गई थी कि इसे राष्ट्रीय स्मारक के रूप में संरक्षित किया जाए, लेकिन प्रशासन ने यह नहीं माना।
एक माह पहले दी गई थी सूचना
पक्की बाजार में सुबह से ही हलचल दिखी जब पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ गई। यातायात पुलिस और स्थानीय पुलिस ने बैरिकेडिंग कर कचहरी से पक्की बाजार तक वाहनों का आवागमन रोक दिया। तीन बुलडोजर मौके पर पहुंचे और अधिकारियों ने मकानों व दुकानों पर निशान लगाने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी।
ध्वस्तीकरण से प्रभावित दुकानदारों और मकान मालिकों ने अवकाश होने का हवाला देकर समय देने की मांग की, लेकिन अधिकारीयों ने साफ कहा कि पहले ही मुआवजा दिया जा चुका है और एक माह का समय भी दिया जा चुका था। समय सीमा समाप्त होने के कारण कार्रवाई अनिवार्य थी।
पुलिस कर्मियों से हुई टकरार
मस्जिद के बाहर दुकानों को तोड़ने के दौरान विरोध तेज हो गया। कुछ लोगों ने कार्रवाई रोकने का प्रयास किया, जिसे कैंट इंस्पेक्टर ने चेतावनी देते हुए खदेड़ दिया। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई एक महीना पहले शुरू की गई थी और समय मांगे जाने पर इसे टाला गया था, लेकिन अब समय सीमा पूरी हो चुकी है।
पुलिस ने कहा कि लोग अपने अधिकारों की बात करते हैं लेकिन अपने कर्तव्यों को भूल जाते हैं। बावजूद इसके, पक्की बाजार में इस ध्वस्तीकरण को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं जारी हैं।