गोरखपुर
सेमरडाडी में छठ महापर्व पर घाटों पर उमड़ी श्रद्धा की भीड़
गोरखपुर के दक्षिणांचल क्षेत्र स्थित ग्राम सभा साखडाड पांडेय सेमरडाडी में बीती शाम छठ महापर्व की पावन शुरुआत पूरे विधि-विधान और श्रद्धा भाव के साथ हुई। अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाओं ने इस चार दिवसीय लोक आस्था के पर्व की विधिवत शुरुआत की। घाटों और तालाबों पर महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचीं, सिर पर डाला उठाए जब उन्होंने सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया, तो पूरा वातावरण भक्ति और आस्था से भर गया।

गांव के तालाब किनारे समाजसेवी ऋतुराज मौर्य उर्फ बबलू ने समस्त ग्रामीणों एवं क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर छठ घाट पर विशेष व्यवस्था की थी। साफ-सफाई से लेकर प्रकाश व्यवस्था तक हर इंतजाम को बखूबी संपन्न कराया गया था। तालाब के चारों ओर सजावट की गई थी, वहीं घाटों पर दीपों की पंक्तियों ने अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया। स्थानीय युवाओं ने भी सेवा भाव से पूरा सहयोग दिया और श्रद्धालुओं के आने-जाने की व्यवस्था में हाथ बटाया।

छठी माता की आराधना में शामिल महिलाओं ने पूरे मनोयोग से सूर्य देव से अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। संध्या अर्घ्य के समय गांव का हर कोना भक्ति गीतों और छठ मइया के जयघोष से गूंज उठा। “केलवा के पात पर, उगेले सूरज देव…” जैसे लोकगीतों की मधुर धुनों से वातावरण पावन बन गया।
समाजसेवी ऋतुराज मौर्य ने बताया कि यह पर्व केवल पूजा नहीं, बल्कि समाज में एकता, स्वच्छता और सहयोग का प्रतीक है। उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर संकल्प लिया कि आने वाले वर्षों में इस आयोजन को और भव्य बनाने का प्रयास रहेगा
