दुनिया
सीरिया में तख्तापलट के बाद इजरायल का हवाई हमला, दमिश्क में हथियार डिपो पर बमबारी
दमिश्क में राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई के करीबी मेजर जनरल अली महमूद की हत्या
सीरिया में दशकों के असद शासन का अंत करते हुए विद्रोही बलों ने राजधानी दमिश्क पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। रिपोर्टों के अनुसार, राष्ट्रपति बशर अल-असद ने देश छोड़ दिया है और उन्हें रूस के मॉस्को में शरण दी गई है। रूसी मीडिया ने इस खबर की पुष्टि की है। विद्रोही बलों ने इस ऐतिहासिक जीत को “अत्याचारी शासन के अंत और सीरिया के लिए एक नए युग की शुरुआत” करार दिया है। वहीं, राष्ट्रपति असद के देश छोड़ने की खबर के तुरंत बाद, इजरायल ने सीरिया पर हवाई हमले किए हैं।
इजरायली रक्षा मंत्री ने एक अहम बयान देते हुए कहा कि उन्होंने सेना को ईरान से सीरिया के रास्ते लेबनान तक हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यह बयान सीरिया में बढ़ते विद्रोह और असद शासन के पतन के बीच आया है।
इस बीच, सीरियाई सेना को एक और बड़ा झटका लगा है। राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई माहेर अल-असद के करीबी और उनके कार्यालय के प्रमुख मेजर जनरल अली महमूद की दमिश्क स्थित उनके कार्यालय में हत्या कर दी गई है। अली महमूद को माहेर अल-असद का सबसे विश्वसनीय सहयोगी माना जाता था और उनकी हत्या को विद्रोही बलों की बड़ी रणनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
दमिश्क पर नियंत्रण के तुरंत बाद, विद्रोही बलों ने कुख्यात सेडनया जेल के सभी कैदियों को रिहा कर दिया। इस जेल को असद शासन के दौरान अत्याचारों का प्रतीक माना जाता था। विद्रोहियों ने जेल से बंदियों को रिहा करते हुए “सेडनया में अत्याचार के युग का अंत” की घोषणा की।
असद की मूर्ति गिराई, होम्स समेत चार प्रमुख शहरों पर कब्जा
दमिश्क के मुख्य चौराहे पर प्रदर्शनकारियों ने असद के पिता हाफ़िज़ अल-असद की मूर्ति को गिरा दिया। यह कदम असद परिवार के पांच दशकों के शासन का प्रतीकात्मक अंत माना जा रहा है। सीरियाई विद्रोही बलों ने केवल 24 घंटों में दमिश्क सहित दारा, कुनेत्रा, सुवेदा और होम्स पर भी कब्जा कर लिया। रविवार सुबह, विद्रोहियों ने होम्स पर पूर्ण नियंत्रण की घोषणा की। इस जीत का जश्न मनाते हुए विद्रोहियों ने हवा में फायरिंग की और राष्ट्रपति असद के पोस्टर उतार दिए।
नया युग शुरू होने का दावा
हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेतृत्व वाले विद्रोही बलों ने इन जीतों को सीरिया के लिए “नए युग की शुरुआत” बताया है। देशभर में असद शासन के खिलाफ विद्रोहियों का यह कदम ऐतिहासिक माना जा रहा है।