वाराणसी
सीडीओ ने 29 कर्मचारियों का वेतन रोका
 
																								
												
												
											वाराणसी के नवागत मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रखर कुमार सिंह ने कार्यभार संभालते ही अपने सख्त प्रशासनिक तेवर दिखा दिए। पदभार ग्रहण करने के कुछ ही घंटे बाद उन्होंने कई विभागों के कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें 29 कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए। सीडीओ ने तत्काल प्रभाव से सभी का एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश जारी किया।
सुबह निरीक्षण में खुले कई विभागों के पोल
बाबा विश्वनाथ और बाबा काल भैरव का आशीर्वाद लेने के बाद सीडीओ प्रखर सिंह सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर विकास भवन पहुंचे और निरीक्षण शुरू किया। सबसे पहले उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय का जायजा लिया, जहाँ अधिकारी समेत तीन कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
उनके साथ ही लघु सिंचाई, पंचायती राज, सहकारिता, कृषि रक्षा, ग्रामीण अभियंत्रण, प्रोबेशन, मत्स्य और समाज कल्याण विभागों के कई कर्मचारी भी अपने-अपने कार्यस्थलों पर मौजूद नहीं थे। इस पर सीडीओ ने नाराजगी जताते हुए कहा कि “समय की पाबंदी प्रशासनिक अनुशासन की पहली शर्त है।”

कुल 29 कर्मचारियों का वेतन रोकने का निर्देश
निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए कर्मचारियों में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, उनके कनिष्ठ सहायक, हेड क्लर्क सहित कई अन्य अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। सीडीओ ने सूची बनवाकर सभी का एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया और चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सफाई व्यवस्था पर भी जताई नाराजगी
निरीक्षण के दौरान सीडीओ ने गलियारों और सीढ़ियों में फैली गंदगी देखकर सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया और संबंधित कर्मचारियों को चेतावनी जारी की कि “कार्यालय परिसर को स्वच्छ रखना सबकी जिम्मेदारी है।”
गुटखा-पान खाने वालों पर होगी कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान कई जगह सीढ़ियों पर पान की पीक देखकर सीडीओ ने कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि परिसर में गुटखा या पान खाते पकड़े जाने पर संबंधित कर्मचारी पर जुर्माना और विभागीय कार्रवाई की जाएगी। साथ ही टॉयलेट और सार्वजनिक क्षेत्रों की नियमित सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अनुशासन और पारदर्शिता पर फोकस
सीडीओ प्रखर सिंह ने कहा कि उनका प्राथमिक लक्ष्य सरकारी कार्यालयों में अनुशासन और पारदर्शिता स्थापित करना है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि “जो कर्मचारी जनता के काम में लापरवाही करेंगे, उन पर बिना देरी कार्रवाई की जाएगी।”

 
 
         
 
         
 
         
																	
																															 
									 
																	 
									 
																	 
									 
																	 
									 
																	 
									 
																	 
									