राष्ट्रीय
सावन के महीने से शुरु होगा संसद का मानसून सत्र
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल का अंतिम अंतरिम बजट फरवरी माह में पेश किया था। जि इसके बारे में वित्त मंत्री का कहना था कि, 2025-2026 तक राजकोषीय घाटा 5.1% रहने का अनुमान है। 44.90 लाख करोड़ रुपए का खर्च है और 30 लाख करोड़ का रेवेन्यू आने का अनुमान है।
अगले महीने नवगठित 18वीं लोकसभा में वर्ष 2024-25 का पूरा बजट पेश किया जाना है। बीते बुधवार को नवनियुक्त केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया था कि, 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होकर 3 जुलाई को समाप्त होगा। 9 दिवसीय विशेष सत्र के दौरान लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा और नए सांसद (एमपी) शपथ लेंगे। इस बीच 27 जून से 3 जुलाई, 2024 तक राज्यसभा का 264वां सत्र होगा।
लोकसभा चुनावों के बाद संसद का पहला सत्र है, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। वे अगले पांच साल के लिए नई सरकार की दिशा-निर्देशों को प्रस्तुत करेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद में अपने मंत्रिपरिषद का परिचय देंगे। नवनिर्वाचित सांसद सत्र के पहले तीन दिनों में शपथ लेंगे और लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। इसके बाद मानसूत्र सत्र आएगा, जिसमें पूरा बजट प्रस्तुत करने की प्रक्रिया चल रही है।
संसद का मानसून सत्र सावन के महीने में शुरू होगा और इस बार सावन का आरंभ 22 जुलाई से हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार 3.0 का मानसून सत्र 22 जुलाई से 9 अगस्त तक होगा। मानसून सत्र के पहले दिन यानी 22 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार 3.0 का बजट पेश कर सकती हैं। हालांकि, अभी सरकार की तरफ से बजट की तारीख को लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है।