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मिर्ज़ापुर

सामाजिक मानचित्रण से ग्रामीणों की जरूरतों पर फोकस, एनएसएस की अनूठी पहल

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मिर्जापुर। बी.एच.यू. के राजीव गांधी दक्षिण परिसर की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई संख्या 011(बी) द्वारा ग्राम बरकछा खुर्द में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिन सामाजिक मानचित्रण और ग्रामीण आजीविका विषय पर महत्वपूर्ण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम का नेतृत्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ. त्रिभुवन नाथ ने किया।

स्वयंसेवकों ने गाँव का भ्रमण कर प्राकृतिक संसाधनों और मूलभूत सुविधाओं का डेटा एकत्रित किया। ग्रामीणों की सहभागिता से गाँव का सामाजिक मानचित्रण जमीन पर तैयार किया गया, जिसमें सड़कें, पहाड़, नदी, चापाकल, खेत, आवासीय क्षेत्र आदि को रंगों द्वारा दर्शाया गया। इस प्रक्रिया से ग्रामीणों की आवश्यकताओं और समस्याओं का आकलन किया गया, जिसका भविष्य में ग्राम्य विकास की योजनाओं में उपयोग होगा।

ग्राम की महिलाओं ने मौसमी आरेख के माध्यम से आर्थिक गतिविधियों की प्रस्तुति दी। अध्ययन से यह स्पष्ट हुआ कि इस गाँव में फालसा मुख्य फसल है, जिसमें किसान लगभग चार महीने व्यस्त रहते हैं। शेष आठ महीने वे खाली रहते हैं, जिसके दौरान गैर-कृषि गतिविधियों से उनकी आय बढ़ाई जा सकती है।

इस अवसर पर जैविक खेती विशेषज्ञ श्री रामासरे चौधरी ने किसानों को जैविक खेती अपनाने की सलाह दी। उन्होंने पपीता, चुकंदर और मशरूम की खेती को लाभकारी बताया और मिट्टी की जाँच कराने की आवश्यकता पर जोर दिया।

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कार्यक्रम अधिकारी डॉ. त्रिभुवन नाथ ने गाँव की महिलाओं से गैर-कृषि आधारित व्यवसायों पर चर्चा की। स्वयंसेवकों ने पशुपालन, हस्तशिल्प और अन्य वैकल्पिक रोजगार के माध्यम से ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाने के सुझाव दिए।

यह कार्यक्रम ग्रामीणों के जीवन में बदलाव लाने और उनकी आजीविका के नए अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. त्रिभुवन नाथ ने किया।

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