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वाराणसी

सात लाख की साइबर ठगी में दो गिरफ्तार

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उम्र देखकर देते थे मुनाफे का लालच

वाराणसी। शेयर बाजार में अधिक मुनाफे का झांसा देकर 55 वर्षीय बुजुर्ग से सात लाख ग्यारह हजार रुपये की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को वाराणसी साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह के मुख्य कॉलर समेत दोनों आरोपी वाराणसी पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं। गिरफ्तारी के दौरान दोनों आरोपी लाइव कॉल पर किसी नए शिकार से बात कर रहे थे।

शैलेश अस्थाना बने थे शिकार
टकटकपुर निवासी शैलेश अस्थाना ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने फोरेक्स ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी की वेबसाइट के जरिए शेयर ट्रेडिंग में निवेश किया था। मुनाफे का लालच देकर पहले उनका फर्जी डीमैट अकाउंट खुलवाया गया और फिर घाटा दिखाकर रकम वसूलने के नाम पर उनसे कुल 7,11,000 रुपये ऐंठ लिए गए।

एमपी से दबोचे गए नितेश और रविंद्र
डीसीपी क्राइम सरवणन टी ने बताया कि तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों की लोकेशन मध्यप्रदेश में ट्रेस हुई। इसके बाद टीम ने एमपी जाकर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान रविंद्र सिंह (निवासी भाटीखेड़ा, जावरा) और नितेश सिंह (निवासी ताल्दी, थाना सोनकच, देवास) के रूप में हुई है।

पहले छोटा मुनाफा दिखाते थे, फिर झांसे में फंसाते थे
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर फोरेक्स इन्वेस्ट मेन और एफ एक्ट ग्रुप जैसे नामों से कई फर्जी वेबसाइट बनाकर शेयर ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट के बहाने लोगों से ठगी करते थे।

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पहले यूजर की आयु और प्रोफाइल देखकर उनसे संपर्क करते, फिर वेबसाइट पर फर्जी डीमैट अकाउंट खुलवाते। इन्वेस्ट की गई राशि को वेबसाइट पर डिजिटल करेंसी या पॉइंट्स के रूप में दिखाया जाता। शुरुआत में छोटे निवेश पर अधिक मुनाफा दिखाकर पैसे लौटाए जाते ताकि निवेशक का विश्वास जीता जा सके।

निकासी के नाम पर और वसूली, फिर ब्रेक करते थे संपर्क
जब पीड़ित बड़ी रकम निवेश कर देता और पैसे निकालने की कोशिश करता, तो वेबसाइट पर घाटा दिखाकर या जीएसटी, सर्विस चार्ज जैसे बहाने बनाकर और पैसे जमा करवा लिए जाते। इसके बाद आरोपी पीड़ित से संपर्क पूरी तरह तोड़ देते और फिर नए शिकार की तलाश में लग जाते।

जब्त किए गए कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने कई मोबाइल फोन, लैपटॉप और दस्तावेज जब्त किए हैं। डीसीपी क्राइम के अनुसार, इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है और जल्द ही गिरोह के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा।

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