गोरखपुर
सहजनवां-दोहरीघाट रेल परियोजना से पूर्वांचल को नई रफ्तार, भूमि अधिग्रहण में तेजी के निर्देश
गोरखपुर। पूर्वांचल के विकास की दिशा में एक बड़ी पहल मानी जा रही सहजनवां-दोहरीघाट रेल परियोजना को लेकर रेलवे प्रशासन ने अब रफ्तार तेज कर दी है। करीब 81 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन के निर्माण कार्य के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। अधिकारियों ने शेष बचे भूमिधारकों का पंजीकरण जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं ताकि कार्य समय पर पूरा किया जा सके।
इस परियोजना की लागत लगभग 1320 करोड़ रुपये आंकी गई है और इसे वर्ष 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। रेल मार्ग में कुल 12 स्टेशन बनाए जाएंगे जिनमें सहजनवां, उरुवा बाजार, बरहपार, दुबौली और दोहरीघाट जैसे प्रमुख स्थान शामिल हैं। इस नई रेल लाइन के बन जाने से गोरखपुर से दोहरीघाट की दूरी करीब 30 किलोमीटर घट जाएगी, जिससे लोगों का समय और धन दोनों की बचत होगी।
अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना के पूरा होने से न केवल क्षेत्र में आवाजाही सुगम होगी बल्कि औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और पूर्वांचल की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी। समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों ने भूमि अधिग्रहण में तेजी लाने के साथ-साथ कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह रेल लाइन उनके लिए विकास की नई राह खोलेगी। गोरखपुर से लेकर मऊ तक की औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों को इससे सीधा लाभ मिलेगा। प्रशासनिक अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि यदि भूमि अधिग्रहण में सहयोग मिलता रहा तो यह परियोजना तय समय में पूरी हो सकती है।
