सियासत
समाजवादी पार्टी से तीन विधायक निष्कासित

राकेश प्रताप बोले – “निकाले जाने से खुश हूं”
लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के आरोपों में अपने तीन विधायकों मनोज पांडेय (ऊंचाहार), अभय सिंह (गोसाईगंज) और राकेश प्रताप सिंह (गौरीगंज) को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई पार्टी के आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल से साझा की गई एक पोस्ट के माध्यम से की गई।
पार्टी की तरफ़ से जारी बयान में कहा गया कि ये विधायक समाजवादी पार्टी की सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक राजनीति की विचारधारा के विपरीत कार्य कर रहे थे। वे सांप्रदायिक और विभाजनकारी सोच के साथ ‘पीडीए विरोधी’ एजेंडे का समर्थन कर रहे थे। सपा ने इसे जनहित में लिया गया निर्णय बताते हुए कहा कि ऐसे जनविरोधी तत्वों के लिए भविष्य में पार्टी में कोई स्थान नहीं रहेगा।
इस निष्कासन के पीछे फरवरी 2024 में हुए राज्यसभा चुनाव को बड़ी वजह बताया जा रहा है, जहां इन तीनों विधायकों ने पार्टी लाइन से हटकर भाजपा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी। उस चुनाव में भाजपा के आठवें उम्मीदवार संजय सेठ को जीत मिली, जबकि सपा उम्मीदवार आलोक रंजन को हार का सामना करना पड़ा। सपा नेतृत्व ने उस समय इन विधायकों को चेतावनी और “अनुग्रह-अवधि” दी थी, लेकिन समयसीमा समाप्त होने के बाद अब कार्रवाई की गई है।
पार्टी से निकाले जाने के बाद विधायक राकेश प्रताप सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे इस फैसले से खुश हैं। उन्होंने कहा कि सपा में धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ होता है और वे अब कभी भी इस पार्टी के साथ काम नहीं करेंगे। उन्होंने खुद को सनातन संस्कृति और उसके मूल्यों के साथ खड़ा बताया।
इस पूरे घटनाक्रम से यूपी की राजनीति में हलचल मच गई है। खास तौर पर राज्यसभा चुनाव के दौरान हुई क्रॉस वोटिंग अब पार्टी में आंतरिक अनुशासन और निष्ठा पर सवाल उठा रही है। अब देखना होगा कि ये विधायक अगला राजनीतिक कदम किस दिशा में उठाते हैं।