मिर्ज़ापुर
समरसता, शिक्षा और संविधान की भावना के साथ मनायी गयी बाबा साहब की जयंती

मिर्जापुर। भारतीय संविधान के शिल्पकार, महान विधिवेत्ता, समाज सुधारक और अर्थशास्त्री भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती सोमवार को मिर्जापुर जिले में पूरे हर्षोल्लास और राजकीय गरिमा के साथ मनाई गई। जिला मुख्यालय से लेकर ग्राम पंचायतों तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें बाबा साहब के विचारों और उनके सामाजिक योगदान पर प्रकाश डाला गया।
जिलाधिकारी कार्यालय, विकास भवन, कलेक्ट्रेट और अन्य शासकीय कार्यालयों में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित हुए। आयुक्त कार्यालय में मंडलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी ने डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर ने विषम परिस्थितियों में शिक्षा ग्रहण कर यह सिद्ध किया कि ज्ञान और शिक्षा ही किसी भी राष्ट्र के विकास की नींव होती है। उन्होंने शिक्षा को जीवन की सबसे बड़ी पूंजी बताते हुए समाज के हर वर्ग को शिक्षित करने का प्रयास किया।

विकास भवन सभागार में आयोजित भव्य समारोह में मंडलायुक्त के साथ विशिष्ट अतिथि चेयरमैन सहकारिता जगदीश सिंह पटेल, प्रभारी जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार तथा विकास भवन के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी प्रशासन शिव प्रताप शुक्ल, अपर जिलाधिकारी भू-अधिकार सत्य प्रकाश सिंह सहित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी पुष्प अर्पित कर बाबा साहब को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सभी ने उनके विचारों को आत्मसात करने एवं सामाजिक समानता के प्रति प्रतिबद्ध रहने का संकल्प लिया।
जिला सूचना कार्यालय में जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय के नेतृत्व में बालमुकुंद चतुर्वेदी, अतुल कुमार पांडेय, वीरेंद्र कुमार, गुलफाम गद्दी, महेंद्र कुमार द्विवेदी आदि ने भी बाबा साहब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
अपने संबोधन में मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने कहा कि अंबेडकर जयंती हमें समाज सुधार, शिक्षा और समानता की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर हमें बाबा साहब के विचारों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेना चाहिए ताकि एक समतामूलक, शिक्षित और न्यायपूर्ण समाज का निर्माण हो सके।
चेयरमैन सहकारिता जगदीश सिंह पटेल ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने संविधान के माध्यम से देश के हर वर्ग को न्याय और समान अवसर प्रदान किए। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि संविधान के प्रावधानों से समाज के अंतिम व्यक्ति तक भी विकास की रोशनी पहुंचे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बाबा साहब से जुड़े पांच स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करने के प्रयासों की भी सराहना की।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, उपायुक्त एनआरएलएम, वाणी वर्मा, राजेश वर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने भी डॉ. अंबेडकर के जीवन दर्शन और संविधान निर्माण में उनके योगदान पर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम को सांस्कृतिक रूप भी प्रदान किया गया, जहां लोकगायक शिवलाल गुप्ता, सूफिया बेगम और उनकी टीम द्वारा बाबा साहब के जीवन पर आधारित सोहर, जागरूकता गीत और शिक्षा पर आधारित रचनाएं प्रस्तुत की गईं। विद्यासागर प्रेमी द्वारा भी एक भावपूर्ण गीत प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन ग्राम विकास अधिकारी राजेश कुमार तिवारी ने किया। समापन पर सभी ने बाबा साहब के दिखाए मार्ग पर चलने और सामाजिक समरसता को मजबूत करने का संकल्प लिया।