गोरखपुर
सनातन में विश्व को एक सूत्र में बांधने की शक्ति : आचार्य ब्रह्मानंद
गोरखपुर। हिंदुत्व सर्व समाज को एक सूत्र में जोड़ने का कार्य करता है और सनातन धर्म में पूरी दुनिया को एक रूप में समाहित रखने की अद्भुत क्षमता है। यह विचार मुख्य अतिथि आचार्य ब्रह्मानंद शास्त्री ने रामडीह तोरनी स्थित रामजानकी मंदिर परिसर में आयोजित हिंदू सम्मेलन को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
आचार्य ब्रह्मानंद शास्त्री ने कहा कि हिंदू सनातन परंपरा में किसी पर आक्रमण कर उसे अधीन करने की प्रवृत्ति कभी नहीं रही। हिंदू समाज ने सदैव सभी को साथ लेकर चलने का मार्ग अपनाया है। उन्होंने कहा कि विदेशी शक्तियों ने भारत को लूटा और आक्रांताओं ने ‘सोने की चिड़िया’ कहलाने वाले देश को संपत्ति से वंचित किया। हिंदू समाज में आपसी विभाजन के कारण ही मुगल शासकों ने शासन स्थापित कर देश को गुलामी की ओर धकेला। समाज को कमजोर कर शासन करने की नीति अपनाई गई, लेकिन हमारे क्रांतिकारियों ने अपने बलिदान से देश की रक्षा की।
उन्होंने कहा कि जब हिंदू समाज आगे बढ़ेगा तो देश भी प्रगति करेगा और भारत विश्व पटल पर अपनी श्रेष्ठता को शीर्ष स्थान पर स्थापित करेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सौ वर्षों की यात्रा में हिंदू समाज आत्मगौरव से परिपूर्ण होकर आगे बढ़ने के मार्ग पर अग्रसर हुआ है। हिंदू संस्कृति किसी भी धर्म या संप्रदाय का विरोध नहीं करती, बल्कि सभी के प्रति समभाव रखती है। राष्ट्र को ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए हिंदू समाज का एकजुट होना आवश्यक है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. इंदुमती सिंह ने कहा कि हिंदू धर्म ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः’ की भावना को आत्मसात करता है, जिसमें सभी के सुखी और निरोग रहने की कामना की जाती है। उन्होंने कहा कि यही सनातन धर्म की मूल भावना है और इसी का जयघोष किया जाता है।
सम्मेलन को विभाग कार्यवाह संजय जी, राघवेंद्र प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन ध्रुवचंद्र गौण ने किया, जबकि अध्यक्षता कालिका प्रसाद ने की।
कार्यक्रम में जिला प्रचारक दीपक, अविनाश, करुणेश, पवन त्रिपाठी, युधिष्ठिर सिंह, ब्लॉक प्रमुख शशि प्रताप सिंह, राम सिंह, विष्णु प्रताप सिंह, शिवचरण, रामसजन सिंह, हरिनारायण धर दुबे सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
