वाराणसी
सड़क चौड़ीकरण में बाधा बनीं दुकानें और मकानों पर चला बुलडोजर
विरोध में उतरे स्थानीय लोग
वाराणसी। मोहनसराय-लहरतारा मार्ग के छह लेन चौड़ीकरण के निर्माण में बाधा बन रही दुकानों और मकानों को बुधवार को पीडब्ल्यूडी विभाग ने भारी सुरक्षा बल की मौजूदगी में ध्वस्त कर दिया। गोविंदपुर मोड़ से 20 मीटर के क्षेत्र में बुलडोजर लगाकर कार्रवाई की गई। इस दौरान मंडुआडीह और रोहनिया पुलिस भी मौके पर तैनात रही।
कार्रवाई के तहत जोखन माली की माला-फूल की दुकान, दीपक गुप्ता का जनरल स्टोर, लल्ला गुप्ता की चाट की दुकान, घनश्याम पटेल की मिठाई शॉप, राजेंद्र यादव की मिठाई की दुकान, महेंद्र यादव और राजू यादव की जनरल स्टोर सहित अन्य प्रतिष्ठानों को ध्वस्त कर दिया गया।
विरोध में उतरे स्थानीय लोग
जब बुलडोजर निर्मला देवी की चाय की दुकान पर पहुंचा, तो उन्होंने अपने परिवार के साथ विरोध किया। निर्मला देवी ने कहा कि उनकी जमीन आराजी नंबर 212 और 213 के अंतर्गत है, जो रजिस्टर्ड है। उन्होंने सवाल उठाया कि बिना मुआवजा दिए उनकी संपत्ति क्यों तोड़ी जा रही है।
विरोध करने वालों में निर्मला देवी के अलावा बंटी मोदनवाल, गांधी साव, बाबा सिंह, ओम प्रकाश जायसवाल, गोविंद जायसवाल, सुमन जायसवाल, लाल बहादुर पटेल, महेंद्र पटेल, लक्ष्मी शंकर मिश्रा, अली अहमद, दिलीप त्रिपाठी, अशोक त्रिपाठी, विजय गुप्ता, राधेश्याम गुप्ता और निजामुद्दीन शाह सहित कई लोग शामिल थे। सभी ने आरोप लगाया कि उनके मकानों को जबरन गिराया जा रहा है और मुआवजा भी नहीं दिया गया।
शाम छह बजे तक छह मकानों को गिरा दिया गया। इसके बाद स्थानीय लोगों के विरोध के चलते कार्रवाई को रोकना पड़ा। ध्वस्तीकरण के दौरान स्थानीय लोगों और राहगीरों की भारी भीड़ जमा हो गई थी।
इस कार्रवाई से स्थानीय नागरिकों में आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि सरकार को पहले मुआवजा देकर पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए उसके बाद सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जाना चाहिए।