वाराणसी
श्री अग्रसेन कन्या पी.जी. कॉलेज में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर संरक्षण का संदेश

वाराणसी। श्री अग्रसेन कन्या पी.जी. कॉलेज के बुलानाला परिसर में जंतु विज्ञान विभाग एवं पर्यावरण के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर विविध जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कॉलेज की शिक्षिकाओं और छात्राओं ने मिलकर बाघों के संरक्षण का संदेश फैलाया और dwindling population यानी घटती संख्या को लेकर समाज को जागरूक करने का प्रयास किया।इस अवसर पर छात्राओं ने एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें अवैध शिकार, वनों की कटाई और मानवीय हस्तक्षेप से बाघों के सामने उत्पन्न खतरों को जीवंत रूप में दर्शाया गया।
यह प्रस्तुति दर्शकों को न केवल भावुक कर गई, बल्कि वन्यजीवों के प्रति जिम्मेदारी का एहसास भी कराई।इसके साथ ही एक पोस्टर प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिसमें बाघों की सुंदरता, उनके प्राकृतिक परिवेश और उनसे जुड़े संकटों को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया। इन कलात्मक पोस्टरों पर “बाघ बचाओ, जंगल बचाओ” जैसे संदेश लिखे गए थे, जो संरक्षण की भावना को और प्रबल बनाते हैं।
कार्यक्रम में भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित हुई, जिसमें छात्राओं ने बाघों के पारिस्थितिक महत्व, पर्यावरणीय संतुलन में उनकी भूमिका और उन्हें बचाने के लिए किए जाने वाले उपायों पर विस्तार से विचार रखे। इसके अतिरिक्त, बाघों पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जिसमें उनके जीवन चक्र और संरक्षण प्रयासों को दिखाया गया।
इन तमाम गतिविधियों के माध्यम से न केवल बाघों की सुरक्षा को लेकर चेतना जागृत की गई, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति अगली पीढ़ी को जागरूक करने का सशक्त प्रयास भी किया गया। यह आयोजन कॉलेज की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह न केवल शिक्षा बल्कि समाजिक चेतना और पर्यावरणीय जिम्मेदारी निभाने में भी अग्रणी है।