मिर्ज़ापुर
शिवद्वार धाम में स्थापित हुआ विशाल त्रिशूल और डमरू, श्रद्धालुओं के लिए बना आस्था का केन्द्र

मिर्जापुर। गुप्त काशी के नाम से प्रसिद्ध शिवद्वार धाम स्थित शिव-पार्वती मंदिर परिसर में सावन माह के पावन अवसर पर विशाल त्रिशूल और डमरू की स्थापना की गई, जो श्रद्धालुओं और कांवड़ियों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। यह भव्य त्रिशूल और डमरू रोटरी क्लब विंध्याचल के पूर्व अध्यक्ष एवं नगर के वरिष्ठ समाजसेवी सुशील झुनझुनवाला के सौजन्य से स्थापित किया गया है, जो धर्मार्थ कार्यों में सदैव अग्रणी रहते हैं।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से निर्मित यह 18 फीट ऊंचा और 6 फीट चौड़ा त्रिशूल उच्च गुणवत्ता वाले स्टील से तैयार किया गया है, जिसका वजन लगभग 200 किलो है। मंदिर के प्रधान महंत सुरेश गिरी द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना के पश्चात इसकी स्थापना की गई।

स्थापना के अवसर पर सुशील झुनझुनवाला ने बताया कि यह पावन धाम जहां बाबा भोलेनाथ माता पार्वती के साथ विराजमान हैं, वह पुराणों में गुप्त काशी के रूप में वर्णित है। सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु और कांवड़िए यहाँ गंगा जल चढ़ाने पहुंचते हैं। महादेव की प्रेरणा से ही इस त्रिशूल और डमरू की स्थापना का संकल्प लिया गया, और इसकी सफलता का श्रेय भी स्वयं भोलेनाथ को जाता है।
इस अवसर पर सोशन लाल उमर, शुभम उमर, शिवम श्रीवास्तव, अमन कुमार, अभी उमर, अजय गिरी, समर्थ झुनझुनवाला, उदय गुप्ता सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।