गोरखपुर
शिक्षण गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शिक्षक संकुल की बैठक में बनी नई रणनीति
पलिया (गोरखपुर)। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से मंगलवार को प्राथमिक विद्यालय पट्टीधर्मदास में शिक्षक संकुल की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में क्षेत्र के समस्त शिक्षक संकुल सदस्यों और शिक्षकों ने भाग लिया, जहाँ मुख्य रूप से स्मार्ट क्लास के प्रभावी उपयोग और शिक्षण में नवाचार को शामिल करने पर गहन मंथन किया गया।
डिजिटल लर्निंग पर जोर
शिक्षक संकुल प्रमुख ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान समय में बच्चों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना आवश्यक है। उन्होंने जोर दिया कि स्मार्ट क्लास केवल एक प्रोजेक्टर नहीं है, बल्कि यह सीखने–सिखाने की प्रक्रिया को अधिक रोचक और प्रभावी बनाने का एक माध्यम है। बैठक में शिक्षकों को स्मार्ट क्लास के माध्यम से कठिन अवधारणाओं को सरल तरीके से प्रस्तुत करने की नई तकनीकें सिखाई गईं।
नवाचार से बदलेगी पढ़ाई की दिशा
शिक्षकों को प्रेरित किया गया कि वे अपनी कक्षा शिक्षण में छोटे-छोटे नवाचारों को शामिल करें, जैसे—शिक्षण अधिगम सामग्री (TLM) का रचनात्मक उपयोग, खेल-खेल में शिक्षा, और स्थानीय परिवेश से जुड़े उदाहरणों का प्रयोग। नवाचारी शिक्षक अशोक वर्मा ने अपनी कक्षा में किए गए सफल प्रयोगों का प्रस्तुतीकरण किया, जिसे सभी शिक्षकों ने सराहा और अपनी कक्षाओं में लागू करने का संकल्प लिया।
बैठक का मुख्य फोकस छात्रों के सीखने के स्तर में सुधार लाना और लर्निंग गैप को कम करना रहा। अंत में, सभी शिक्षकों ने संकल्प लिया कि वे शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए शिक्षण को केवल नौकरी नहीं, बल्कि एक मिशन के रूप में लेंगे और अपने-अपने विद्यालयों को प्रेरक विद्यालय बनाने की दिशा में काम करेंगे।
