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वाराणसी

शादी के मंडप से दुल्हन भाई के साथ फरार

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वाराणसी में एक शादी का जश्न अचानक हंगामे में बदल गया जब दुल्हन सात फेरे लेने के बाद विदाई से पहले ही 4 लाख के जेवरात लेकर फरार हो गई। दूल्हे और उसके परिवार ने विदाई के लिए घंटों इंतजार किया, लेकिन नई नवेली दुल्हन का कहीं कोई पता नहीं चला।

विदाई से पहले ही दुल्हन ने रचा बड़ा खेल

भदोही के रतना गांव निवासी इंद्रजीत कहार ने अपने बेटे सिद्धार्थ कुमार की शादी बड़ागांव के हसनपुर निवासी कृपाशंकर की बेटी रीता से तय की थी। जनवरी में रिंग सेरेमनी के बाद 6 मार्च को शादी की तारीख पक्की हुई। धूमधाम से बारात हसनपुर पहुंची और पूरे रीति-रिवाज के साथ शादी संपन्न हुई। जयमाल की रस्म के बाद दूल्हा-दुल्हन ने मंडप में सात फेरे लिए और दुल्हन को खानदानी जेवरात पहनाए गए।

सुबह विदाई का इंतजार, लेकिन दुल्हन लापता

शादी की रस्में पूरी होने के बाद दूल्हा आराम करने चला गया। सुबह आठ बजे जब विदाई का समय आया तो लड़की वालों ने कुछ देर इंतजार करने को कहा। धीरे-धीरे समय बढ़ता गया, लेकिन दुल्हन की कोई खबर नहीं मिली। जब दूल्हे के परिजनों ने उसके घर जाकर देखा तो दुल्हन पहले ही गायब हो चुकी थी। ग्रामीणों से पूछताछ करने पर पता चला कि रीता को सुबह अपने भाई के साथ बाइक पर जाते हुए देखा गया था।

जांच में जुटी पुलिस, लड़के वालों का हंगामा

विदाई के लिए 6 घंटे इंतजार करने के बाद जब सच सामने आया तो दूल्हे के पिता ने हंगामा कर दिया। पुलिस को सूचना दी गई और दोनों पक्षों को थाने ले जाया गया। दूल्हे के पिता ने दुल्हन, उसके भाई और पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए 4 लाख के गहने लेकर भागने का आरोप लगाया।

बड़ागांव थानाध्यक्ष अतुल कुमार सिंह के अनुसार, लड़की वालों ने विदाई से इनकार कर दिया है और मामले की जांच जारी है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है, और अब हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर दुल्हन ने ऐसा क्यों किया।

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