Connect with us

अपराध

वास्तविक नोट के बदले चार गुना उच्च गुणवत्ता की भारतीय जाली मुद्रा देने का लालच देकर लूट एवं डकैती करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का सरगना मास्टरमाइंड दो शातिर अभियुक्तों को उ.प्र. एटीएस की वाराणसी युनिट द्वारा महाराष्ट्र के पालघर जिले के राजौरी बीच से किया गया गिरफ्तार

Published

on

एटीएस को प्राप्त सूचना कि एक गिरोह जाली मुद्रा उपलब्ध कराने का लालच देकर लोगों के पैसे चार गुना करने का झांसा देकर लूट एवं ठगी की घटना कारित करता है। इस सूचना को भौतिक व इलेक्ट्रॉनिक निगरानी से पुष्ट करने पर यह तथ्य प्रकाश में आया था कि एक सक्रिय गिरोह के कुछ सदस्य, लोगों को उच्च गुणवता की भारतीय जाली मुद्रा उपलब्ध कराने का झांसा देते हैं व लालच में आकर जब ग्राहक इनके पास पैस लेकर आता है तो ये उनके साथ लूट कर लेते हैं। लुटा हुआ व्यक्ति अपने साथ हुई घटना की शिकायत न कर सके इसके लिए ये लोग अंडरवर्ल्ड की धमकी देकर उगी व लूट के शिकार लोगों को चुप करा देते थे। झांसा देने के लिए ये लोग नोट के आकार का कागज लेकर उसे डाई से प्रिंट करके दिखाने का छलाया करते थे जबकि ग्राहक को असली नोट देते थे। इनका यह गिरोह महाराष्ट्र गुजरात राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में भी फैला है। सूचना के पुष्ट करने के क्रम में ज्ञात हुआ था कि उपरोक्त गैंग द्वारा दिनांक 27.10.2021 को प्रयागराज के व्यवसायी को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में धोखे से बुलाकर उनसे लगभग 90 लाख रुपये की लूट की घटना कर लूटे गए धन के बटवारे के लिए लखनऊ आए हैं। इस सूचना पर दिनांक 29.10,2021 को एटीएस उ.प्र. की टीम द्वारा उपरोक्त गैंग के दो सदस्यों को लखनऊ से गिरफ्तार कर उनके पास से 4477500/- रुपये बरामद किए जाने के उपरांत मु.अ.सं. 8563 / 21 अंतर्गत धारा 395/412/419/420/467/468/471/34 भा.द.वि, थाना गोमतीनगर लखनऊ में पंजीकृत किया गया था। पूर्व में इस गिरोह के पांच शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

उपरोक्त मुकदमें की विवेचना एवं कार्यवाही के क्रम में अन्य वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लगातार प्रयास किए जा रहे थे। फरार वांछित अभियुक्तों के गिरफ्तारी के काफी प्रयास एवं अन्य कार्यवाही के उपरांत कुल पांच अभियुक्तों के ऊपर 25000/-25000/- का इनाम घोषित किया गया था। जिनमें दो लोगों को दिनांक 20.05.2022 को काफी प्रयास के बाद झारखंड राज्य के जनपद धनबाद स्थित महोदा रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया था। कल शनिवार की शाम को गिरोह का सरगना मास्टरमाइंड रामायण सिंह उर्फ सचिन जो लूट एवं उगी के पैसे से अपने साथी अभियुक्त बिमल राजेश पटेल उर्फ विधायक के साथ मिलकर राजौरी बीच पर रिसॉर्ट बनाकर ऐश की जिंदगी जी रहा था को महाराष्ट्र राज्य के पालघर जिले के राजौरी बीच से यूपी एटीएस की वाराणसी युनिट द्वारा गिरफ्तार किया गया। गैंग का गिरफ्तार सरगना सचिन द्वारा पूछताछ में बताया गया कि मैं अपनी गैंग के साथ मिलकर यह काम वर्ष 2013 से कर रहा हूँ अब तक इस तरह के अपराध से करोड़ों रुपए कमाकर मुंबई एवं अन्य जगहों पर संपत्ति बना चुका हूँ। हम लोग पैसे वाले लोगों को टारगेट करते थे पहले उन्हें मिटिंग के लिए बुलाया जाता था जिसके बदले हम उनसे 5-10 लाख रुपए टोकन मनी लेते थे मिटिंग में हम उन्हें असली नोट देते थे एवं बाकायदा उसे एटीएम मशीन में डिपोजिट कर दिखाकर भरोसा प्राप्त कर लेते थे पूरी तरह से भरोसे में लेकर उन्हें भारत के अलग अलग शहरों में बुलाकर उनसे मोटी रकम प्राप्त करने के उपरांत हम उन्हें कुछ न देकर उनके पैसे लूट लेते थे और अंडरवर्ल्ड की व जान से मारने की धमकी देकर भगा देते थे। लुटे गए लोग जान से मारे जाने के डर से पुलिस को सूचना नहीं देते थे जिसका फायदा हमें मिलता था। सचिन उपरोक्त द्वारा यह भी बताया गया मेरे व मेरे साथी अभियुक्त हरिओम दूबे के द्वारा 2013 से अब तक कई बार गैंग बनाकर भारत के अलग अलग राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली प0 बंगाल गुजरात एवं महाराष्ट्र के लोगों से लगभग पांच करोड़ या उससे ज्यादा रुपए लूटे जा चुके हैं।

गिरफ्तार अभियुक्त

1- रामायण सिंह उर्फ सचिन पुत्र नंदकिशोर सिंह निवासी ग्राम गंगापुर मंगारी थाना फूलपुर वाराणसी

2- विमल पटेल उर्फ विधायक पुत्र राजेश पटेल निवासी ग्राम नयेपुर थाना नेवढ़िया जनपद जौनपुर

Advertisement
Continue Reading
Advertisement
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa