वाराणसी
वाराणसी ने बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाने में मारी बाजी
प्रदेश में पहले स्थान पर, अब तक 35,735 कार्ड जारी
70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के स्वास्थ्य देखभाल में वाराणसी जिला अग्रणी भूमिका निभा रहा है। जिले ने अब तक 35,735 बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड जारी किए हैं, जिससे वाराणसी पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर बना हुआ है। यह कार्य 4 नवंबर से लगातार चल रहा है।
नि:शुल्क इलाज की सुविधा
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि आयुष्मान कार्ड धारक बुजुर्गों को योजना के तहत पंजीकृत अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज मिलेगा। सरकार का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाएं सभी वरिष्ठ नागरिकों तक पहुंचाना है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत बुजुर्गों को यह सुविधा प्रदान की जा रही है।
आयुष्मान कार्ड बनवाने के विकल्प
उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए शिविरों का आयोजन होता रहेगा। इसके अलावा, बुजुर्ग आयुष्मान एप, पंचायत सचिवालय, जनसेवा केंद्र, कोटेदारों, आशा कार्यकर्ताओं और आयुष्मान मित्रों की मदद से भी कार्ड बनवा सकते हैं।
उपचार में भी वाराणसी सबसे आगे
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल अधिकारी डॉ. एसएस कनौजिया ने जानकारी दी कि पिछले एक महीने में 25,560 मरीजों को आयुष्मान योजना का लाभ मिला है। सितंबर 2018 से अब तक कुल 3,55,570 मरीजों का इलाज किया जा चुका है। इनमें से 1,01,219 मरीजों का इलाज सरकारी अस्पतालों में हुआ, जबकि 2,54,351 मरीजों का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में हुआ।
जिले में प्रमुख अस्पतालों का प्रदर्शन
एलबीएस अस्पताल, रामनगर: 702 मरीजों का इलाज
एसएसपीजी, कबीर चौरा: 1,311 मरीजों का इलाज
पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल: 1,555 मरीजों का इलाज
एफआरयू चोलापुर: 3,298 मरीजों का इलाज
सीएचसी नरपतपुर: 2,008 मरीजों का इलाज
सीएचसी हाथी बाजार: 1,945 मरीजों का इलाज
सीएचसी अराजीलाइन: 1,689 मरीजों का इलाज
सरकार का लक्ष्य
सरकार का उद्देश्य है कि सभी बुजुर्गों को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। इसके लिए जागरूकता और कार्ड बनाने के प्रयास तेज किए जा रहे हैं। योजना के तहत जिले में आने वाले समय में और भी ज्यादा लोगों को लाभ पहुंचाने की योजना है।