वाराणसी
वाराणसी के कैंट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी डा. राजेश मिश्र समेत तीन नेताओं पर एफआइआर दर्ज
वाराणसी| गुजरात के लोगों पर असंसदीय भाषा का प्रयोग करने के मामले में कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णन, कैंट विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी डा. राजेश मिश्र और पार्टी के प्रवक्ता मोहन प्रकाश के खिलाफ दशाश्वमेध थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी पर गुजरात के लोगों पर असंसदीय भाषा का प्रयोग करने का आरोप है।चुनाव में एफएसटी मजिस्ट्रेट सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी की तरफ से एफआइआर दर्ज कराया गया है। इसमें कहा गया कि छह मार्च को एक वीडियो प्राप्त हुआ जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी राजेश कुमार मिश्र राज्य विशेष के लोगों पर अमर्यादित, असंसदीय व घृणात्मक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है। जांच करने पर पाया गया कि वीडियो पांच मार्च को गोदौलिया चौराहे का है। जिसमें अमर्यादित का प्रयोग प्रमोद कृष्णन, राजेश मिश्र व मोहन प्रकाश द्वारा असंसदीय भाषा का प्रयोग किया गया। इससे राज्य विशेष के लोगों की भावना आहत हुई। उन सभी में क्षोभ व्याप्त है। यह आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।लक्सा के गुरुबाग स्थित गुरु नानक खालसा बालिका विद्यालय में गत सोमवार को मतदान के दौरान एक पार्टी के एजेंट से दुव्र्यवहार करने के आरोप में लक्सा थानाध्यक्ष को पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने लाइन हाजिर कर दिया। उन्होंने इसकी जांच डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम को सौंपी है। वहीं, भेलूपुर एसीपी प्रवीण कुमार सिंह से भी जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है। फिलहाल थाने पर तैनात उप निरीक्षक जयंत दुबे को लक्सा थाने का कार्यवाहक थानाध्यक्ष बनाया गया है जिससे आमजन को कोई परेशानी नहीं हो।विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान सोमवार को चल रहा था। समर्थक अपने प्रत्याशी के समर्थन में मतदान कराने की कोशिश कर रहे थे। इतना ही नहीं, पोलिंग एजेंट भी अपने प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कराने में लगे थे। इसका मतदान केंद्र पर तैनात पुलिस कर्मियों ने विरोध करने के साथ लक्सा थानाध्यक्ष मिथिलेश यादव को सूचना दी। थानाध्यक्ष सख्ती से कार्रवाई करते हुए मौजूद कार्यकर्ताओं को दूर जाने को कहा। साथ ही एजेंट को शांति से रहने को कहा। इससे नाराज एक प्रत्याशी ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की। आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष एक दल के पक्ष में मतदान करा रहे थे। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस आयुक्त ने तत्काल प्रभाव से लक्सा थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर करते हुए जांच बैठा दी। सूत्रों की मानें तो प्रत्याशी ने मतदाता को बहकाने, दुव्र्यवहार करने, मतदाताओं को धमकाने, बीएलओ को मतदाताओं को पर्ची नहीं देने और पर्ची मशीन छीनने का आरोप लगाया है। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश का कहना है कि प्रत्याशी ने एजेंट से दुव्र्यवहार करने का आरोप लगाया है। निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से पूरे कमिश्नरेट में मतदान कराया गया है। प्रत्याशी की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। काशी जोन के डीसीपी को जांच सौंपी गई। जांच प्रभावित नहीं हो, इसको लेकर लक्सा थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभार से लाइन हाजिर कर दिया गया है।