मिर्ज़ापुर
वज्रपात और आंधी-तूफान से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने जारी की चेतावनी

मिर्जापुर। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के निर्देशन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आमजन को वज्रपात और आंधी-तूफान से सुरक्षा हेतु जरूरी एडवाइजरी जारी की गई है। अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ल ने बताया कि मौसम के बदलते मिजाज के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जिससे जान-माल को नुकसान पहुंचता है। इन स्थितियों में सही सावधानियों का पालन करना ही सबसे बड़ा बचाव है।
कैसे करें खुद को सुरक्षित
खराब मौसम की स्थिति में सबसे पहले पक्के मकान की शरण लेना जरूरी है। खुले स्थानों, पेड़ों, मोबाइल टावर, तालाब और कच्चे घरों से दूर रहें। अगर आप खेत या मैदान में हैं, तो घुटनों के बल उकड़ू बैठ जाएं और कानों को बंद कर लें। बच्चों को घर के अंदर रखें और लोहे के दरवाजे, खिड़कियां या हैंडपंप से दूरी बनाए रखें। मौसम की सटीक जानकारी के लिए दामिनी ऐप और सचेत ऐप का इस्तेमाल करें, जिन्हें गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

वज्रपात के समय कौन सी चीजें नहीं करनी चाहिए
वज्रपात के दौरान पेड़ के नीचे खड़े होना या दीवारों के सहारे बैठना खतरनाक हो सकता है। धातु से बने नल, फ्रिज या छाते का उपयोग न करें। भारी बिजली उपकरणों को तुरंत प्लग से निकाल दें। खुले वाहनों में यात्रा से बचें और जमीन पर लेटने की बजाय बैठने की मुद्रा अपनाएं। तैराकी और नौकायन से भी परहेज करें।
आंधी-तूफान के समय बरतें ये सावधानियां
टिन की छत, होर्डिंग्स, मोबाइल टावर या क्षतिग्रस्त मकानों से दूरी बनाए रखें। घर के बाहर रखी भारी वस्तुओं को मजबूती से बांध दें ताकि हवा से उड़ न सकें। यदि आप यात्रा कर रहे हैं तो किसी सुरक्षित स्थान पर रुक जाएं और मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें।
क्या नहीं करना चाहिए आंधी-तूफान के दौरान
तेज आंधी में नुकीली और धारदार चीजों को बाहर न रखें। धातु की वस्तुओं का इस्तेमाल न करें और पेड़ के नीचे खड़ा होना पूरी तरह से टालें। सुरक्षित स्थानों पर जाकर स्थिति सामान्य होने का इंतजार करें।